
Diwali Hawan Vidhi: दिवाली सिर्फ दीपों का और मिठाइयों का त्यौहार नहीं है। यह त्यौहार नकारात्मकता से सकारात्मक की ओर बढ़ने का प्रतिबिंब है। इस दिन हम घर में दीप जलाते हैं, माता लक्ष्मी की पूजा करते हैं। परंतु क्या आप जानते हैं कि इस दिन यदि घर में साधारण हवन भी किया जाए तो उसका आध्यात्मिक प्रभाव कई गुना बढ़ जाता है। जी हां हवन करने के लिए आपको किसी विशेष विधि या विधान की आवश्यकता नहीं आप परिवार जनों के साथ मिलकर छोटा सा हवन भी कर सकते हैं।
हवन भारतीय परंपरा की सबसे शुद्ध साधना मानी जाती है जहां अग्नि देवता को साक्षी मानकर हम अग्नि में आहुतियां समर्पित करते हैं। जब घी और अन्य पदार्थ की सुगंधित आहुतियां अग्नि में समर्पित होती हैं तो उस घर के वातावरण के साथ-साथ हमारा मन भी शुद्ध हो जाता है। इसीलिए शास्त्रों में घर में अग्नि पूजा करने का विधान कहा जाता है और दिवाली की रात अमावस्या की विशेष रात होती है। इस दिन यदि आप कोई जटिल नहीं केवल साधारण सा हवन भी करते हैं तो उसका प्रभावशाली लाभ आपको और आपके परिवार जनों को प्राप्त होता है।
और पढ़ें: दीपावली निशीथ काल पूजन महादेवी लक्ष्मी को प्रसन्न करने का सबसे शक्तिशाली साधन
दिवाली के दिन किस प्रकार करें छोटा सा हवन
सबसे पहले आपको हवन की तैयारी करनी होगी। इसके लिए आपको हवन के स्थान का चयन करना होगा। यदि आपके घर में पूजा स्थल है तो यहां आप हवन कर सकते हैं। हवन के स्थान को आपको साफ करना होगा। इसे फूल दीपक और हल्दी कुमकुम के सजाना होगा। इसके अलावा आपको हवन के लिए कुछ जरूरी सामग्री की आवश्यकता होगी जैसे कि छोटा सा हवन कुंड, गाय का घी, छोटी लकड़ियाँ, चावल, पुष्प और तिल, कपूर या लोबान, गुड़ दालचीनी लौंग और पवित्र जल।
दिवाली के दिन हवन करने की विधि (Diwali Hawan Vidhi)
दिवाली के दिन सबसे पहले हवन कुंड को साफ स्थान पर रखें। हवन कुंड के चारों ओर रोली या हल्दी से चौक बनाएं। इसके बाद इसके आसपास पवित्र जल चढ़ा के हवन कुंड में लकड़ियां व्यवस्थित करें। तत्पश्चात लकड़ियों पर घी डालें और कपूर से अग्नि प्रज्वलित करें। दिवाली के हवन में मंत्र उच्चारण का भी काफी महत्व होता है ऐसे में आप सबसे पहले भगवान गणेश का हवन करते हुए 11 या 21 अथवा 51 आहुतियां ॐ गन गणपतए नमः की दे सकते हैं।
इसके बाद माता लक्ष्मी को प्रसन्न करने के लिए उनके बीज मंत्र ॐ ऐं ह्रीं श्रीं क्लीं महालक्ष्मी नमः की 21, 51 108 आहुतियां दे सकते हैं। आहुतियां में आप तिल, हवन की सामग्री, गुड़, दालचीनी लौंग इत्यादि पवित्र अग्नि में डाल सकते हैं। आहुतियां समाप्त होने के बाद हवन के सभी कोनों में दीपक जलाएं और अंत में ओम शांति शांति का जाप करें। तत्पश्चात हवन के चारों ओर जल छिड़कें और घर के हर कोने में पवित्र जल का छींटा मारे।
दिवाली के दिन हवन करने के लाभ
दिवाली के दिन यदि अपने घर में परिवार जनों के साथ मिलकर यह छोटा सा हवन किया तो इससे घर में सुख शांति और समृद्धि आती है, माता लक्ष्मी की कृपा आप पर प्राप्त बरसती है। हवन करने से देवता प्रसन्न होते हैं क्योंकि उन्हें हवन की अग्नि से बल मिलता है। ऐसे में वे आपके आशीर्वाद देते हैं। हवन की अग्नि घर के सारी नकारात्मक ऊर्जा को दूर कर देती है। हवन में सम्मिलित लोगों को मानसिक तनाव से मुक्ति मिलती है और इससे परिवार में प्रेम सौहार्द और सौभाग्य बढ़ता है।
दीपावली के दिन हवन करने के से पहले ध्यान रखने योग्य तथ्य
- दीपावली के दिन आप शाम को या रात को हवन कर सकते हैं।
- हवन करते समय आपको यह सुनिश्चित करना होगा कि घर के सभी लोग इस हवन में सम्मिलित हों।
- हवन करने से पहले हवन से जुड़ी शादी सामग्रियां एकत्रित करें।
- जितना हो सके हवन में प्राकृतिक सामानों का ही इस्तेमाल करें।
- गाय का घी और आम की या चंदन की लकड़ियों तथा हवन में आहुति देने वाली समिधा की उपलब्धि पहले ही सुनिश्चित करें।
सम्बंधित लेख:
FAQ- Diwali Hawan Vidhi
दिवाली के दिन हवन कैसे करें?
दिवाली के दिन एक साफ जगह पर हवन कुंड स्थापित कर उसमें हवन की समिधा, चावल, गुड़, घी इत्यादि से हवन करें और पहले गणपति मंत्र फिर माता लक्ष्मी के मंत्र का जाप करते हुए आहुतियां डालें।
लक्ष्मी हवन का मंत्र क्या है?
दीवाली हवन के लिए लक्ष्मी हवन का बीज मंत्र ॐ ऐं ह्रीं श्रीं क्लीं महालक्ष्मी नमः की 21, 51 108 आहुतियां दे सकते हैं।
1 thought on “दिवाली के दिन घर पर करें पवित्र हवन और पाएँ माता लक्ष्मी की कृपा ”