
Kaal Bhairav Jayanti Ke Upay: 12 नवंबर 2021 को कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को काल भैरव जयंती है 2 साल की सबसे बड़ी कालाष्टमी मानी जाती है। इस रात को डर को जलाने और सच को उजागर करने वाली रात कहा जाता है मान्यता है कि इस दिन भगवान भैरव अपने भक्तों की हर पुकार सुनते हैं और नकारात्मक शक्तियों से उनकी रक्षा करते हैं।
आप भी जीवन में आ रही रुकावटों, भय और नकारात्मक ऊर्जा या किसी समस्या से परेशान हो तो आप इस काल भैरव जयंती पर कुछ सरल उपाय करके अपनी मनोकामना पूरी कर सकते हैं। आज हम आपको बताने जा रहे हैं ऐसे चार आसान टोटके जो घर बैठे बिना किसी खर्च के किया जा सकते हैं। यह उपाय सदियों पुरानी तांत्रिक विधियों पर आधारित हैं और इनका प्रभाव तुरंत दिखाई देता है। आइये इन्हें एक-एक करके जानें-
और पढ़ें: काल भैरव अष्टमी 2025: भैरव बाबा के प्रिय भोग और शक्तिशाली मंत्र से करें जीवन की हर समस्या का समाधान
उपाय 1: नमक और सरसों से बुरी शक्तियों का नाश(Kaal Bhairav Jayanti Ke Upay)
पहला उपाय है सेंधा नमक और सरसों से शुद्धिकरण। एक छोटी कटोरी में सेंधा नमक (रॉक साल्ट) और थोड़ी सी सरसों के बीज मिलाएँ। रात में सोने से पहले या शाम को इस मिश्रण को अपने पूरे शरीर पर सर से पर तक सात बार उलटी दिशा (एंटीक्लाकवाइज) में उतारें।
ऐसा करते समय मन में भगवान काल भैरव का स्मरण करें और अपनी समस्या बोलें। सीरियस मिशन को घर के मुख्य दरवाजे के बाहर फेंक दें। यह उपाय घर में मौजूद भारी ऊर्जा बुरी नजर और तांत्रिक बाधाओं को तुरंत तोड़ता है। अगले दिन से ही आपको हल्का पन महसूस होगा।
उपाय 2: तिल का दीया जलाएं, घर में आएगी शांति
दूसरा उपाय है काले तिल का दीया जलाना। एक मिट्टी का छोटा दीया इसमें सरसों का तेल डालें और उसमें मुट्ठी भर काले तिल डाल दें। इस दीये को काल भैरव जयंती की रात को घर के मुख्य दरवाजे के बाहर दाहिनी और जलाएं। दीया जलाते समय “ॐ भ्रं भैरवाय नमः” मंत्र का 11 बार जाप करें। यह दीया न केवल घर की रक्षा करता है बल्कि बुरी शक्तियों को दूर भागता है मानता है कि इस दीये की लौ में आपका डर जलकर राख हो जाता है और घर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है।
उपाय 3: कुत्ते को खिलाएं भोजन, भैरव जी करेंगे आपकी रक्षा(Kaal Bhairav Jayanti Ke Upay)
तीसरा उपाय है काल भैरव के वाहन कुत्ते को भोजन कराना। काल भैरव जयंती की शाम किसी आवारा कुत्ते को गुड़ की रोटी, पूरी या उबले काले चने खिलाएँ। अगर काला कुत्ता मिल जाए तो सबसे उत्तम। खाना खिलाते समय मन में भगवान काल भैरव से अपनी मनोकामना मांगे। मान्यता है कि कुत्ता जब भोजन स्वीकार करता है तो भैरव जी स्वयं आपकी प्रार्थना ग्रहण करते हैं। यह उपाय विशेष रूप से मुकदमे शत्रु भय और व्यापार में रुकावट को दूर करने के लिए अचूक है।
उपाय 4: एक रुपया और एक काली मिर्च चढ़ाएं, समस्या भैरव जी को सौंपें
चौथा उपाय सबसे सरल है। अपने घर के पास के काल भैरव मंदिर जाएं या घर में ही भैरव जी की मूर्ति या फोटो के सामने दान पेटी रखें। उसमें ₹1 का सिक्का और एक साबूत काली मिर्च डालें। ऐसा करते समय मन में अपनी सबसे बड़ी समस्या कहे और बोलें, “हे काल भैरव यह समस्या अब आपकी है। मैंने आपको सौंप दी।” फिर पीछे मुड़कर ना देखें। यह प्रतीकात्मक रूप से अपनी चिंता भगवान को सौंपने का उपाय है अगले कुछ दिनों में आपको समस्या का हल दिखाई देने लगेगा
निष्कर्ष-(Kaal Bhairav Jayanti Ke Upay)
यह चारों उपाय 12 नवंबर की रात को करना सबसे उत्तम है। लेकिन अगर किसी कारणवश ना कर पाए तो अगली कालाष्टमी तक कभी भी कर सकते हैं। सबसे जरूरी है श्रद्धा और विश्वास। भगवान काल भैरव अपने भक्तों की पुकार कभी खाली नहीं जाने देते। इस काल भैरव जयंती को इन उपायों को करें और अपने जीवन में सुख शांति का अनुभव करें।
ये भी पढ़ें:
- काल भैरव अष्टमी पर करें यह विशेष साधना, नकारात्मक ऊर्जा से मिलेगी मुक्ति और होगी सिद्धि की प्राप्ति
- काल भैरव जयंती 2025 का महत्व, पूजा विधि, मुहूर्त और अवतार कथा
FAQ- Kaal Bhairav Jayanti Ke Upay
काल भैरव को खुश करने के क्या उपाय है?
काल भैरव को खुश करने के लिए उनके वहां काले कुत्ते को गुड़ की रोटी पूरी या फिर उबले हुए काले चने खिलाएँ। खाना खिलाते समय मन में भगवान काल भैरव से अपनी मनोकामना मांगे। मान्यता है कि कुत्ता जब भोजन स्वीकार करता है तो भैरव जी स्वयं आपकी प्रार्थना ग्रहण करते हैं।
काल भैरव जयंती पर कौन सा उपाय करना चाहिए?
काल भैरव जयंती पर काले तिल का दीया जलाना। एक मिट्टी का छोटा दीया इसमें सरसों का तेल डालें और उसमें मुट्ठी भर काले तिल डाल दें। इस दीये को काल भैरव जयंती की रात को घर के मुख्य दरवाजे के बाहर दाहिनी और जलाएं। दीया जलाते समय “ॐ भ्रं भैरवाय नमः” मंत्र का 11 बार जाप करें।