
Sita Navami Upay 2025: मां सीता के जयंती के रूप में सीतानवमी मनाई जाती है। यह दिन वैशाख माह के शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि पर पड़ता है। ये दिन माता सीता और भगवान राम की भक्ति के लिए बेहद खास माना जाता है। सीता नवमी के दिन कुछ विशेष उपाय (Sita Navami Upay 2025) करने से वैवाहिक सुख और आपस में प्रेम बढ़ता है। अगर व्यक्ति कुछ दोषों जैसे विवाह में देरी रिश्तों में तनाव या ज्योतिषी बाधाओं से जूझ रहा है तो
सीता नवमी के दिन बताए हुए उपायों को आजमाने से व्यक्ति को उन दोषों से छुटकारा मिलता है। हमारे बताए उपाय (Sita Navami Upay 2025) धार्मिक रीतियों और ज्योतिषी सलाह पर आधारित हैं। इन्हें अपना कर आप अपने वैवाहिक जीवन में खुशियां भर सकते हैं और विभिन्न दोषों को दूर कर सकते हैं।
सीता नवमी के वैवाहिक बाधा दूर करने के उपाय
माता सीता को श्रृंगार की भेंट– सीता नवमी के दिन शुभ मुहूर्त में माता सीता को लाल चुनरी, श्रृंगार की सामग्री जैसे सिंदूर, बिंदी मेहंदी ,आदि अर्पित कर सकते हैं। लाल रंग प्रेम और सौभाग्य का प्रतीक होता है। इस उपाय को अपनाकर आप अपने जीवन में प्रेम और सौभाग्य का आगमन करते हैं।
पूजा करने से पूर्व पूजा स्थल को साफ करें, पीला कपड़ा बिछाएं और माता सीता-राम की मूर्ति या तस्वीर स्थापित करें। गंगाजल से अभिषेक करें और “ॐ श्री सीतायै नमः” मंत्र का 108 बार जाप करें। पूजा के बाद चुनरी को मंदिर में दान कर दें। विवाह में हो रही देरी के दोष से जूझ रहे लोग भी यह उपाय अपना सकते हैं।
हल्दी और भूमि पूजन का उपाय– माता सीता राजा जनक की हल जोतने पर प्रकट हुई थी इसलिए उन्हें धरती पुत्री भी कहा जाता है।इस दिन सात हल्दी की गांठें माता को चढ़ाएं। हल्दी पर चंदन और कुमकुम का तिलक लगाएं और “श्री जानकी रामाभ्यां नमः” मंत्र का 21 बार जाप करें। साथ ही, घर के पास किसी शुद्ध स्थान पर माता सीता का ध्यान करते हुए भूमि पूजन करें। इस उपाय (Sita Navami Upay 2025) को अपने से विभिन्न प्रकार के वैवाहिक दोषों से जूझ रहे व्यक्ति को मां की कृपा मिलती है और उसका वैवाहिक दोष दूर हो जाता है।
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सीता चालीसा और स्तोत्र पाठ– सीता नवमी के दिन सीता चालीसा या स्त्रोत पाठ करने से मन को शांति मिलती है। वैवाहिक जीवन में शांति बनाए रखने के लिए इस उपाय को जरूर अपनाएं। सीता नवमी के दिन सुबह स्नान कर स्वच्छ कपड़े पहनें, पूजा स्थल पर घी का दीपक जलाएं और माता सीता के सामने श्रद्धापूर्वक पाठ करें। “ॐ पतिव्रतायै नमः” मंत्र का 108 बार जाप करें। पाठ के बाद माता को पीले फूल चढ़ाएं। सीता माता की कृपा से आपके वैवाहिक जीवन में शांति बनी रहेगी।
मखाने की खीर का प्रसाद– जिस तरह भगवान कृष्ण को मक्खन बहुत पसंद था ठीक उसी तरह सीता माता को मखाने की खीर बहुत पसंद थी। इसलिए सीता नवमी के दिन माता सीता को मखाने की खीर प्रसाद स्वरूप भेंट करनी चाहिए। सीता नवमी के दिन देसी घी में बनी मखाने की खीर बनाएं और माता को भोग लगाएं। भोग से पहले “ॐ श्री सीतारामाय नमः” मंत्र का 21 बार जाप करें। प्रसाद को कन्याओं और परिवार वालों में बांटें। यह उपाय (Sita Navami Upay 2025) विवाह के उपरांत आने वाली आर्थिक परेशानियों को दूर करता है उसके साथ ही नई संभावनाओं को भी जन्म देता है।
राम-सीता की तस्वीर और सिंदूर उपाय– माता सीता विश्वास की अटूट प्रतिमा है। यदि आपके वैवाहिक जीवन में विश्वास की कमी है तो इस उपाय को जरूर अपनाएं। सीता नवमी के दिन पूजा स्थल में राम-सीता की तस्वीर स्थापित करें। तस्वीर को गंगाजल से शुद्ध करें और माता सीता की मांग में सात बार सिंदूर लगाएं। विवाहित महिलाएं यह सिंदूर अपनी मांग में भी लगाएं। “ॐ जानकी रामाभ्यां नमः” मंत्र का 21 बार जाप करें। माता सीता की कृपा आप पर बरसेगी और आपके वैवाहिक जीवन में विश्वास दृढ़ और स्थिर होगा।
कन्या भोजन और दान– वैसे तो कन्या भोजन का चलन नवरात्रि में होता है, लेकिन इस विशेष कन्या भोजन का आयोजन सीता नवमी के दिन किया जा सकता है। यह एक विशेष उपाय (Sita Navami Upay 2025) हैं, जिसे मां सीता की विशेष कृपा पाने के लिए किया जाता है। इस दिन सात या नौ कन्याओं को भोजन कराएं और उन्हें लाल चुनरी, मिठाई या श्रृंगार सामग्री दान करें। दान करते समय “ॐ श्री सीतायै स्वाहा” मंत्र का 11 बार जाप करें। यह उपाय माता की कृपा पाने और वैवाहिक समस्याओं को हल करने में सहायक है।
मंगल दोष के लिए राम रक्षा स्तोत्र– कई लोग इस दोष से पीड़ित होते हैं और उन्हें विभिन्न उपाय करने के बाद भी विवाह दोष दूर होने में कोई सफलता नहीं मिलती है। इसलिए अगर कुंडली में मंगल दोष के कारण विवाह में देरी हो रही हो, तो सीता नवमी पर राम रक्षा स्तोत्र का पाठ करें। पूजा में हनुमान जी को सिंदूर चढ़ाएं और “ॐ हं हनुमते नमः” मंत्र का 21 बार जाप करें। यह उपाय मंगल दोष के प्रभाव को कम करता है और विवाह के रास्ते खोलता है। इस उपाय को एक बार जरूर मौका दें। यह कम प्रचलित उपाय (Sita Navami Upay 2025) है, लेकिन बेहद कारगर है।
भक्त ध्यान रखें कि ऊपर बताए गए सारे उपाय (Sita Navami Upay 2025) सच्चे मन और श्रद्धा के साथ करें। इस बात का बेहद ख़्याल रखें कि पूजा की सामग्री ताजी और शुद्ध हो। मंत्र जाप में भी ध्यान रखें और पूरी तल्लीनता से मंत्र जाप करें। ध्यान रहे सीतनवमी के दिन केवल सात्विक भोजन करें। माता सीता की कृपा रही तो आपके वैवाहिक जीवन में खुशहाली का आगमन होगा ,साथ ही विभिन्न प्रकार के दोषों से आपको मुक्ति मिलेगी।
FAQ- Sita Navami Upay 2025
क्या सीता नवमी के उपाय करने से वैवाहिक बाधा दूर होती है?
हां सीता नवमी के उपाय करने से वैवाहिक बाधा दूर होती है।
सीता मम्मी का उपाय करने के लिए सामग्रियां किस प्रकार की होनी चाहिए?
सीता नवमी को उपाय करने के लिए सामग्रियां शुद्ध प्राकृतिक और ताज़ी होनी चाहिए।
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