
Sawan Mahine Ke Jyotishi Upay: श्रावण मास हिंदू धर्म में एक अत्यंत पवित्र और पुण्य दायक महीना माना जाता है। यह महीना भगवान शिव को समर्पित होता है इस दौरान सृष्टि की संपूर्ण बागडोर भगवान शिव के हाथ में होती हैं। इसीलिए कहा जाता है कि श्रावण मास में भगवान शिव की आराधना करने पर भगवान शिव जल्दी प्रसन्न होते हैं। श्रावण मास में केवल भगवान शिव की आराधना के लिए लाभकारी होता है बल्कि इस दौरान ब्रह्मांड की शक्तियां भी सक्रिय होती हैं। ऐसे में इस समय यदि आप कुछ विशेष उपाय (Sawan Mahine Ke Upay) करते हैं तो संपूर्ण गृह भी शांत हो जाते हैं।
जी हां यदि आप भी विभिन्न ग्रहों के प्रभावों से पीड़ित है और आपको किसी भी काम में सफलता नहीं मिल रही तो श्रावण मास के दौरान विशेष ज्योतिषी उपाय कर आप जीवन की सारी रुकावटें दूर कर सकते हैं। आज हम आपको कुछ ऐसे विशेष ज्योतिष उपाय (Sawan Mahine Ke Jyotishi Upay) बताएंगे जिन्हें अपना कर आप न केवल रोग और बीमारियों से मुक्ति प्राप्त कर सकते हैं बल्कि दरिद्रता नकारात्मकता जैसी परेशानियों को भी पीछे छोड़ सकते हैं।
और पढ़ें: जानिए भगवान शिव को समर्पित सावन माह का महत्व
ग्रहों की शांति हेतु यह विशेष उपाय
चंद्रमा को शांत करने के लिए उपाय- श्रावण मास के दौरान यदि आप सुबह 6:00 से 8:00 के बीच शिवलिंग पर गाय के दूध से अभिषेक करते हैं और साथ में ओम सोम सोमाय नमः मंत्र का जाप करते हैं तो आपका चंद्रमा शांत हो जाता है। यदि आपकी कुंडली में चंद्रमा अशांत है या पीड़ित है तो यह उपाय (Sawan Mahine Ke Upay) करने से आपको मानसिक शांति प्राप्त होती है। ऐसे लोग जो काफी लंबे समय से बेचैनी, अनिद्रा, भावनात्मक स्थिरता से पीड़ित हैं उन्हें यह उपाय पूरे श्रावण मास करना होगा जिससे चंद्रमा मजबूत होगा और निर्णय शक्ति बढ़ेगी।
मंगल दोष निवारण हेतु उपाय– यदि आपकी कुंडली में मंगल पीड़ित है और वैवाहिक जीवन में अशांति है या विवाह नहीं हो रहा है तो हर मंगलवार के दिन किसी शिवलिंग पर लाल चंदन का तिलक करें और 21 बिल्व पत्र चढ़ाकर मंगल उपासना करें। आप चाहे तो इस दिन व्रत भी रख सकते हैं, व्रत रखने वाले व्यक्ति को इस दिन लाल कपड़े धारण करने होंगे। शिवलिंग पर जलाभिषेक कर लाल चंदन का तिलक करना होगा और व्रत का पारण करते समय लाल रंग की मीठी वस्तु का सेवन करना होगा। ऐसा करने से वैवाहिक जीवन में मधुरता आती है और विवाह में आने वाली अड़चनें भी समाप्त हो जाती हैं।

राहु केतु दोष निवारण हेतु पूजा– यदि आपकी कुंडली में राहु केतु दोष है या कालसर्प दोष है तो इस दौरान आप विशेष पूजा भी कर सकते हैं। श्रावण मास के दौरान नाग देवता की विशेष पूजा कर राहु केतु दोष को शांत कर सकते हैं। इसके अलावा आप चाहें तो श्रावण मास की अमावस्या और नाग पंचमी के दिन नाग देवता की प्रतिमा पर काले तिल, दूध, अर्पित कर राहु केतु शांति मंत्र का जाप कर सकते हैं।
शनि दोष निवारण हेतु पूजा कहा जाता है कि यदि व्यक्ति शनि की साढ़ेसाती, अढ़ैया जैसी परेशानियों से पीड़ित है तो यदि वह शिव पूजन करता है तो शनि उन पर प्रसन्न होते हैं। शनि शिव जी की हर बात मानते हैं ऐसे में शिव जी की आराधना करने पर शनि देव के सारे दोष समाप्त हो जाते हैं और शनि साढ़ेसाती या अढ़ैया के दौरान भी आपको परेशान नहीं करते। इसके लिए आपको हर शनिवार शिवलिंग पर नीले अपराजिता के फूल चढ़ाने होंगे। काले तिल मिले जल से अभिषेक करना होगा और शनि मंत्र का जाप करना होगा। इस दिन आप चाहें तो शनि देव के मंदिर में सरसों के तेल का दान भी कर सकते हैं।
कर्ज मुक्ति हेतु उपाय- यदि आप पर या आपके परिवार पर काफी लंबे समय से कर्जा चढ़ा हुआ है तो आपको ऋण मुक्तेश्वराय नमः मंत्र का जाप करना होगा। हर सोमवार सुबह 11 बार इस मंत्र का जाप कर आप शिवलिंग पर चावल और जल चढ़ा दें तो आपका कर्ज धीरे-धीरे समाप्त हो जाता है। मानसिक बोझ भी समाप्त हो जाता है और आर्थिक सफलता मिलने लगती है
बुरी नजर से बचाव- कुंडली में यदि राहु केतु दोष है तो ऐसे लोगों पर नजर भी जल्दी लगती है और बुरी आत्माओं की पीड़ा भी बढ़ने लगती है। ऐसे में श्रावण मास के किसी सोमवार या शनिवार के दिन एक नींबू में चार लौंग लगाकर ओम नमः शिवाय का 21 बार जाप कर इस नींबू को घर के मुख्य दर पर टांग दें। इससे घर की संपूर्ण नकारात्मक ऊर्जा समाप्त हो जाएगी और घर की रक्षा होती है।

बुद्धि विकास हेतु– यदि आपका बुध पीड़ित है तो पढ़ाई में ध्यान नहीं लगता, वाणी भी कर्कश होती है और हमेशा झगड़ा या क्लेश होते हैं। ऐसे में बुधवार को शिवलिंग पर दूर्वा और मिश्री चढ़ाएँ और बुध मंत्र का जाप करें। प्रत्येक बुधवार ऐसा करने से बुध ग्रह शांत हो जाता है। आपकी बुद्धि स्मरण शक्ति में वृद्धि होती है वाणी में सुधार होता है और विद्यार्थी एकाग्रता से पढ़ाई कर पाते हैं
घर की शुद्धि हेतु करें हवन- श्रावण मास में किया गया हर कार्य काफी फलदाई होता है। इस दौरान यदि आप घर में हवन या धूनी करते हैं, तो सारी परेशानियां समाप्त होने लगती हैं। श्रावण मास के दौरान पितृ दोष वास्तु दोष या अशुभ ग्रह स्थिति से मुक्ति पाने के लिए आप घर में सप्ताह में एक दिन गोदरेज, गुड़, कपूर, तुलसी, गूगल, नीम की धूनी लगाएँ और ओम नमः शिवाय मंत्र का जाप करें। इस उपाय(Sawan Mahine Ke Jyotishi Upay) से घर की नकारात्मकता तो दूर होती ही है घर के पंचतत्व संतुलित होते हैं और ऊर्जा सकारात्मक ऊर्जा का प्रवेश होता है।
इस प्रकाश श्रावण मास के दौरान यदि आप किसी भी प्रकार की ज्योतिषी से समस्या से पीड़ित हैं तो उनके हल प्राप्त कर सकते हैं। इस दौरान ब्रह्मांड यह ऊर्जा और देवगण अत्यंत सक्रिय हो जाते हैं। ऐसे में ज्योतिषी उपाय (Sawan Mahine Ke Jyotishi Upay) भी बहुत ज्यादा प्रभावशाली हो जाते हैं। हर प्रकार की ज्योतिषी समस्याओं का समाधान इस दौरान आसानी से निकाला जा सकता है।
सम्बंधित आर्टिकल:
FAQ- Sawan Mahine Ke Jyotishi Upay
सावन में चंद्रमा को शांत करने का क्या उपाय है?
श्रावण मास के दौरान यदि आप सुबह के समय शिवलिंग पर गाय के दूध से अभिषेक करते हैं और साथ में ॐ सोम सोमाय नमः मंत्र का जाप करते हैं तो आपका चंद्रमा शांत हो जाता है।