
Nag Panchami Ke Upay: श्रावण मास की शुक्ल पक्ष और पंचमी तिथि को नाग पंचमी का शुभ पर्व मनाया जाता है। श्रावण मास (Sawan Mahina 2025) की हरियाली में भक्ति पूर्ण वातावरण के चलते यह दिन केवल नाग देवता की पूजा का नहीं परंतु विभिन्न बाधाओं की मुक्ति का दिन भी माना जाता है।
हिंदू धर्म में नाग को देवता तुल्य माना जाता है विशेषत शेषनाग, वासुकि, अनंत, तक्षक, पदम, करकोटक कुलिक, शंख महापदम यह 9 नाग माने जाते हैं। नाग पंचमी के दिन यदि सच्चे मन से कोई भक्त इन नाग देवताओं की पूजा करता है तो उसे जीवन की हर बाधा से मुक्ति मिल जाती है और आज के इस लेख में हम आपको ऐसी ही विस्तृत जानकारी उपलब्ध कराएंगे।
पाठकों की जानकारी के लिए बता दे धार्मिक मान्यता के अनुसार सर्प देवता भय का नहीं बल्कि रक्षा ऊर्जा और पुनर्जन्म के प्रतीक होते हैं। ऐसे में नाग पंचमी (Nag Panchami 2025) का दिन शिव भक्तों के लिए काफी शुभ माना जाता है। शिव के गले में सर्प आभूषण के रूप में विराजमान है।
इस दिन यदि अपने श्रद्धा और विधिपूर्वक कुछ उपाय किए तो आप न केवल नाग देवता को प्रसन्न कर लेते हैं बल्कि स्वयं महादेव और नागों के स्वामी भगवान कार्तिकेय का भी आशीर्वाद प्राप्त करते हैं और आज के इस लेख में हम आपको ऐसे ही कुछ विशेष उपाय (Nag Panchami Ke Upay) बताएंगे जिससे आप न केवल आर्थिक संपन्नता प्राप्त कर सकेंगे बल्कि भगवान की विशेष कृपा के भी पात्र बनेंगे।
और पढ़ें: श्रावण मास में करेंगे यह ज्योतिषी उपाय और पाएँ ग्रहों की कृपा
नाग पंचमी के दिन यह विशेष उपाय करें
आर्थिक तंगी से मुक्ति: नाग पंचमी के दिन यदि आपने शिवलिंग पर कच्चे दूध में केसर मिलकर चढ़ाऐ और ओम नमः शिवाय का जाप किया तो आपको आर्थिक हानि से छुटकारा मिल जाता है। आप चाहे तो इस दिन नाग देवता की मूर्ति या चित्र पर भी दूध अर्पित कर सकते हैं। इस दिन यदि आपने श्रद्धापूर्वक 108 बार ओम नागेन्द्राय नमः इस मंत्र का जाप किया तो व्यवसाय की बाधा और आर्थिक हानि से राहत मिल जाती है।
संतान सुख हेतु नाग पूजा: नाग पंचमी के दिन यदि कोई संतान हीन दंपति मंदिर में नाग नागिन की जोड़ी की चांदी की मूर्ति चढ़ाते हैं और 108 बार ॐवासुकीनाथायनमः मंत्र का जाप करते हैं तो उन्हें संतान प्राप्ति निश्चित ही होती है। यह उपाय (Nag Panchami Ke Upay) करने से गर्भधारण में आने वाली बाधाएँ दूर होती है और संतान सुख की प्राप्ति होने के साथ संतान की सुरक्षा भी सुनिश्चित होती है।
बुरी नजर व नकारात्मक ऊर्जा का निवारण: नाग पंचमी की रात को यदि आप 7 लौंग और 7 काली मिर्च लेकर परिवारजनों पर सात बार वार लेते हैं और इन्हें आग में जलाकर ओम कालसर्पाय नमः मंत्र का उच्चारण करते हैं तो ऐसा करने से घर की नकारात्मक शक्तियां समाप्त हो जाती है। बुरी नजर दूर हो जाती है और मानसिक तनाव से राहत मिलती है। यह उपाय (Nag Panchami Ke Upay) बच्चों के लिए काफी कारगर सिद्ध होता है जहां उन्हें सकारात्मक सुरक्षा प्राप्त होती है।

कालसर्प दोष से मुक्ति: ऐसे लोग जिनकी कुंडली में कालसर्प दोष है वह नाग पंचमी के दिन पीपल के पेड़ के नीचे विशेष पूजा कर सकते हैं। इसके अलावा राहु केतु दोष या सर्प दोष से परेशान व्यक्ति भी इस दिन पीपल के पेड़ पर जल चढ़ाकर नाग देवता की पूजा कर सकते हैं। इस दिन 108 बार ओम नमो भगवते वासुकी नागराजाय इस मंत्र का जाप करने से गृह बाधाएं शांत होती है। कालसर्प योग दोष दूर होता है।
विवाह बाधा दूर करने हेतु उपाय: नाग पंचमी के दिन यदि नाग शिव पूजन किया गया तो विवाह बाधाएँ दूर हो जाती है। इस दिन किसी शिव मंदिर में शिवलिंग पर कच्चा दूध, जल, चंदन, नागफनी का फूल, चांदी के नाग नागिन की जोड़ी अर्पित करने से विवाह में आ रही सभी बढ़ाएं शांत हो जाती हैं और योग्य जीवनसाथी की प्राप्ति होती है।
पारिवारिक क्लेश समाप्ति हेतु उपाय: यदि नाग पंचमी की रात पांच काली मिर्च, एक चुटकी नमक को संपूर्ण घर से उतार कर चौराहे पर फेंक दें और ओम नागराजाय नमः मंत्र का जाप करें तो इससे घर की बुरी नजर, तंत्र बाधा, ईर्ष्या इत्यादि दूर हो जाती है सारी रुकावटें समाप्त हो जाती है।
शत्रुओं पर विजय प्राप्ति हेतु उपाय: यदि आपके शत्रु आए दिन परेशान कर रहे हैं तो नाग पंचमी के दिन आप शिवलिंग पर दूध, बेल पत्र, नागफनी का फूल चढ़ाते हुए ओम शेषननागाय नमः मंत्र का जाप कर सकते हैं। जिससे शत्रु बाधा कोर्ट केस प्रतिस्पर्धा में सफलता मानसिक बल में वृद्धि प्राप्त होती है।
FAQ– Nag Panchami Ke Upay
नाग पंचमी पर कालसर्प दोष के लिए क्या उपाय हैं?
नाग पंचमी के दिन यदि रुद्राक्ष की माला से 108 बार ओम अनंत नागेश्वराय नम इस मंत्र का जाप किया गया और पूजा के बाद नाग देवता को दूध चावल चंदन इत्यादि अर्पित किए गए तो कालसर्प दोष शांत हो जाता है। ऐसा करने से विवाह में आने वाली बाधा और संतान प्राप्ति की बाधाएँ भी दूर हो जाती है।