मन का मकड़जाल  Dark Mental Traps कैसे बचें इससे

Dark Mental Traps se kaise bache
Dark Mental Traps se kaise bache

Dark Mental Traps: आजकल की ज़िंदगी इतना भाग दौड़ भरी है कि इसमें हमारी मेंटल हेल्थ एक बड़ी चुनौती बन गई है। ऐसे में कई बार ऐसा होता है कि हम कुछ नकारात्मक विचार पैटर्न (Negative Thought Pattern) में उलझ कर कुछ नकारात्मक बातों को बार-बार सोचते रहते हैं, ऐसी नेगेटिव आदतों और नेगेटिव सोच को डार्क मेंटल ट्रैप्स (Dark Mental Traps) कहा जाता है।

यह ट्रैप्स ऐसे होते हैं जो हमारी किसी भी बात को घुमा फिरा कर निराशावाद या नकारात्मकता की तरफ ले जाते हैं और हमारा कॉन्फिडेंस कम कर देते हैं। इसलिए इन ट्रैप्स से बचना बहुत जरूरी है। आज हम इन्हीं Dark Mental Traps के बारे में विस्तार से जानेंगे।

डार्क मेंटल ट्रैप्स क्या हैं? 

डार्क मेंटल ट्रैप्स (Dark Mental Traps) वे नकारात्मक विचार या व्यवहार हैं, जो हमें हमेशा नकारात्मकता की तरफ ले जाते हैं। यह ट्रैप्स हमें आत्मविश्वास, खुशी, प्रेरणा से बहुत दूर ले जाते हैं। कई बार यह ट्रैप्स इतने खतरनाक हो जाते हैं कि किसी इंसान को खुश होने पर भी डर लगता है।

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डार्क मेंटल ट्रैप्स के प्रकार

वैसे तो यह ट्रैप्स कई प्रकार के हो सकते हैं और हर व्यक्ति के लिए अलग ट्रैप्स काम करते होंगे। फिर भी कुछ सामान ट्रैप्स हैं, जिनको समझकर आप यह जान सकेंगे कि कहीं आप भी तो डार्क मेंटल ट्रैप्स (Dark Mental Traps) में नहीं फंसे हैं।

अति सामान्यीकरण- एक छोटी सी असफलता को अपने पूरे जीवन पर लागू करना। यानि अगर आप अपने लक्ष्य में एक बार असफल हो गए, तो यह सोचना कि “मैं हमेशा असफल ही होता हूँ।”

कैटास्ट्रोफाइजिंग (Catastrophizing)- छोटी छोटी समस्याओं को बहुत बड़ा मानकर खूब परेशान होना। जैसे एक छोटी गलती होने पर ये सोचना कि ये गलती बहुत बड़ी गलती है और ये आपकी बहुत भारी पड़ेगी। सोचते-सोचते दिमाग को उस सीमा पर ले जाना जहां आपको लगने लगता है कि यह गलती अब यह आपकी नौकरी या रिश्ते को खत्म कर देगी।

ब्लैक एंड व्हाइट थिंकिंग- चीजों को सिर्फ अच्छा या बुरा मानना, इसके सिवा कुछ न मानना। उदाहरण के लिए, “अगर मैं परफेक्ट नहीं हूँ, तो मैं बेकार हूँ।” इसके बीच में कुछ भी नहीं मानना।

Dark Mental Traps Kya Hain
Dark Mental Traps Kya Hain

सेल्फ-ब्लेम (आत्म-दोष)- हर गलती के लिए हमेशा खुद को ही दोष देना, भले ही वह आपकी गलती न हो लेकिन आप सबसे बड़ा दोषी ख़ुद को ही बना देते हैं।

रूमिनेशन (अत्यधिक चिंतन)- किसी नेगेटिव घटना को बार-बार सोचते रहना। उसका कोई हल न निकाल कर बस इस समस्या के बारे में सोचते रहना और इतनी ज्यादा ओवर थिंकिंग करना कि खुद को बहुत ज्यादा परेशान कर लेना।

ये सारे ट्रैप्स घुमा फिराकर हमें नकारात्मकता और अवसाद की तरफ ले जाते हैं, इसलिए इन मेंटल ट्रैप्स (Dark Mental Traps) से बचना बहुत जरूरी है।

डार्क मेंटल ट्रैप्स से बचने के उपाय

डार्क मेंटल ट्रैप्स (Dark Mental Traps) से थोड़ी सी सजगता से बचा जा सकता है। बस हमें ये समझ आने लगे इनका स्टार्टिंग प्वाइंट क्या है, और ये कैसे काम करते हैं।

नकारात्मक विचारों को चुनौती दें- जब भी आपको नकारात्मक विचार आएं तो अपने तथ्यों से उन विचारों को गलत साबित करें। शुरू में ये अटपटा लगता है लेकिन धीरे-धीरे नकारात्मक विचारों के खिलाफ़ लॉजिकल माइंड काम करने लगता है।

माइंडफुलनेस और ध्यान का सहारा- जब भी आप नकारात्मक विचारों से घिर जाओ, आपका आत्मविश्वास गिरने लगे तो माइंडफुलनेस की विधि अपनाएं। माइंडफुलनस का काम ही है आपको वर्तमान में रखना, जिससे आप डार्क मेंटल ट्रैप्स (Dark Mental Traps) में फंसे न। इसके साथ ही ध्यान को अपने जीवन का हिस्सा जरूर बनाएं।

मन के क्रिएटिव कोने को जगाएं- हर इंसान के अंदर कोई न कोई क्रिएटिविटी होती ही है, हमें चाहिए के एकांत के उन पलों में नकारात्मक विचारों में उलझने के बजाए अपनी रचानात्मक ऊर्जा को जाग्रत करें। ये छोटी सी आदत आपको बहुत शांति प्रदान करेगी।

Mind Traps se kaise bache
Mind Traps se kaise bache

स्वस्थ जीवन शैली अपनाएं- आप अपनी दिनचर्या पर जितना काबू कर पाएंगे उतना बेहतर जीवन जी पाएंगे। इसलिए अपने सुबह उठने से लेकर रात के सोने तक का समय निर्धारण कर ले। आप अपनी दिनचर्या में व्यायाम, अच्छा खाना, काम के दौरान ब्रेक, खूब पानी पीना, सकारत्मक बातें करना ,ये सब शामिल करें और बदलाव देखें।

डायरी लिखना- वैसे तो ये बहुत पुराना उपाय है लेकिन सबसे कारगर भी है डार्क मेंटल ट्रैप्स (Dark Mental Traps) में जब आप फंसे होते हैं तो उस समय के विचारों को एक पन्ने में उतार देना मतलब उन विचारों से छुटकारा पाने जैसा ही है। इसके बाद डायरी में सकारात्मक बातें लिखकर खुद को बेहतर महसूस करवा सकते हैं।

निष्कर्ष 

डार्क मेंटल ट्रैप्स (Dark Mental Traps) मस्तिष्क में छुपे दुश्मनों की तरह होते हैं ,हम जरा सा भटके और ये तुरंत हमें अपने वश के कर लेते हैं। इसलिए इन्हें पहचान कर अपने दिमाग से बाहर निकालते रहिए। जिससे आप सुखी और सुखमय जीवन जी सकें।

FAQ- Dark Mental Traps

Dark Mental Traps क्या होते हैं?

ऐसे विचार जो हमें लगातार नकारात्मकता की ओर खेलते हैं डार्क मेंटल ट्रैप्स कहलाते हैं। यह हमें खुशी प्रेरणा और आत्मविश्वास से दूर करते हैं।

Anu Pal

मैं अनु पाल, Wisdom Hindi ब्लॉग की फाउंडर हूँ। मैं इंदौर मध्य प्रदेश की रहने वाली हूं। मैं एक ब्लॉगर और Content Writer के साथ-साथ Copy Editor हूं और 5 साल से यह काम कर रही हूं। पढ़ने में मेरी विशेष रूचि है और मैं धर्म, आध्यात्म, Manifestation आदि विषयों पर आर्टिकल्स लिखती हूं।

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