
Dhanteras Mantra Jaap: धनतेरस दीपावली के पर्व का पहला दिन होता है। यह दिन भगवान धन्वंतरि और कुबेर को समर्पित होता है। कहा जाता है कि इस दिन मां लक्ष्मी के साथ धनवंतरी और कुबेर की विशेष पूजा करने पर स्वास्थ्य लाभ और धन समृद्धि की प्राप्ति होती है। धनतेरस के दिन साधक मां लक्ष्मी को प्रसन्न करने के लिए विशेष मन्त्रो का जाप करते हैं।
इस दिन धनवंतरि और कुबेर देव को प्रसन्न करने के लिए भी विभिन्न मंत्र श्लोक और स्रोत के उच्चारण का विधान बताया जाता है। और आज इस लेख में हम आपको इसी का संपूर्ण विवरण देने वाले हैं। जहां हम बताएंगे धनतेरस के दिन भगवान धन्वंतरि, कुबेर और माता लक्ष्मी को प्रसन्न करने के लिए कौन से श्लोक मंत्र और स्त्रोत का जाप करें?
धनतेरस के दिन भगवान धन्वंतरि को प्रसन्न करने हेतु मुख्य मन्त्र श्लोक और स्त्रोत
ॐ श्री धन्वंतरये नमः
धनतेरस के दिन इस आसान परंतु शक्तिशाली मंत्र का जाप कर आप सभी रोग से मुक्ति प्राप्त कर सकते हैं और मानसिक और शारीरिक बल भी प्राप्त करते हैं।
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ॐ अमृतधातायै नमः
इस मंत्र का जाप कर आप भगवान धन्वंतरि को धन्यवाद करते हैं और उन्हें रोग और कष्टों से मुक्ति हेतु आवाहन करते हैं।
सर्वरोगनिवारिणे सर्वदु:खनाशिने
सर्वदुष्टविनाशिने सर्वलोकप्रीणिने
धन्वंतरि नमो नमः॥
यह मंत्र आपको भगवान धन्वंतरि की विशेष कृपा प्राप्त करवाता है। इस मंत्र के जाप से सभी प्रकार के रोग नाश हो जाते हैं दुख दूर हो जाते हैं और सुख समृद्धि और स्वास्थ्य का संचार होता है।
ॐ नमो भगवत्यै धन्वंतर्यै आयुर्वेदाय नमः
यह आयुर्वेद रक्षा स्त्रोत है। इसके जप से आयुर्वेद के देवता आपके शरीर और मन को संपूर्ण रूप से स्वस्थ करते हैं।
ॐ वं धन्वंतरये स्वाहा
यह धन्वंतरी भगवान का बीज मंत्र है। इसका जाप आपके सभी रोगों का निवारण करता है शारीरिक मानसिक रूप से आपको स्वस्थ बनाता है।

धनतेरस के दिन भगवान कुबेर को प्रसन्न करने हेतु मंत्र, स्तोत्र और श्लोक
ॐ यक्षाय कुबेराय वैश्रवणाय धनधन्याधिपतये
धनधान्य समृद्धिं मे देहि मे सुवर्णमयं वस्तुनि ॥
यह मंत्र कुबेर देवता का सरल और शक्तिशाली मंत्र है। इसका जाप करने पर भगवान कुबेर प्रसन्न होकर आपको समृद्धि प्रदान करते हैं इस मंत्र का 108 बार जाप करना अनिवार्य है।
ॐ श्रां क्लीं क्श्रां क्लीं वृष्णवे नमः
यह कुबेर देवता का बीज मंत्र है। इस बीज मंत्र के जाप से साधक के जीवन में वित्तीय सुरक्षा प्रबल होती है निवेश में सफलता मिलती है और कर्ज से मुक्ति होती है।
धनं धान्यं ऐश्वर्यमं कुबेरं सर्वधनप्रदं।
सर्वसिद्धि प्रदं देवं नमामि यक्षराजम्॥
यह कुबेर स्त्रोत का संक्षिप्त रूप है। इसे जपने से व्यक्ति के जीवन में धन-धान्य और ऐश्वर्य की प्राप्ति होती है। इसका जाप धनतेरस के दिन 11 21 या 108 बार करना अनिवार्य है।
ॐ कुबेराय वैश्रवणाय महाधनदाय नमः
कुबेर कवच श्लोक का जाप करने से आर्थिक संकटों से मुक्ति मिलती है और जीवन में आर्थिक स्थिरता आती है।
धनपति कुबेराय नमः
सर्वसंपदा दाताराय नमः
सर्वलोकप्रियाय नमः
कुबेर का यह संक्षिप्त स्रोत संपत्ति प्राप्त करने में आपकी सहायता करता है। इसका जाप धनतेरस के दिन 21 बार करना चाहिए जिससे भगवान कुबेर की कृपा अवश्य प्राप्त होती है।

धनतेरस पर माता लक्ष्मी को प्रसन्न करने के विशेष मंत्र, श्लोक और स्त्रोत
ॐ श्रीं महालक्ष्म्यै नमः
यहमहालक्ष्मी का विशेष मंत्र है जिसका 108 बार जाप करने से घर में धन ऐश्वर्य सुख शांति आती है।
ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं ऐं लक्ष्मीभ्यः नमः
माता लक्ष्मी के इस बीज मंत्र का जाप करने से साधक को सभी कष्टों से मुक्ति मिलती है और ऐश्वर्य में वृद्धि होती है इसका जाप धनतेरस के दिन सुबह 108 बार करें।
ॐ ह्रीं श्रीं लक्ष्मीभ्यो नमः
यह संकट निवारण लक्ष्मी मंत्र साधक को सभी प्रकार के ऋण और वित्तीय परेशानियों से मुक्ति दिलाता है। इसका जाप धनतेरस को पूजा के दौरान अनिवार्य रूप से करें।
सिंहासनस्थितां जगतां मातरं महामोहिनीम्।
सर्वसंपदां दातारिं देवीं लक्ष्मीं नमाम्यहम्॥
यह महालक्ष्मी का स्रोत है। धनतेरस के दिन इस स्तोत्र का जाप 11, 21 या 108 बार करने से घर में धन ऐश्वर्य और सुख शांति बनी रहती है।
नमस्तेऽस्तु महामाये श्रीपीठे सुखप्रदायिनि।
शरण्ये त्र्यम्बके देवि नारायणि नमोऽस्तु ते॥
यह लक्ष्मी माता का लक्ष्मी अष्टक है जिसमें माता के विभिन्न रूपों का वर्णन है। इस मंत्र के जाप से परिवार में सुख समृद्धि और प्रतिष्ठा का विकास होता है और जातक को सभी प्रकार के दुखों से मुक्ति मिलती है।
ॐ नमो भगवत्यै महालक्ष्म्यै च विद्महे
विष्णुपत्न्यै च धीमहि
तन्नो लक्ष्मीः प्रचोदयात्॥
यह लक्ष्मी का ध्यान मंत्र है जिसे कवच स्त्रोत भी कहा जाता है। इसके जाप से सभी संकटों से मुक्ति मिलती है, आर्थिक स्थिरता आती है और घर में धन-धान्य और ऐश्वर्य की बरकत होती है।
ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं ऐं लक्ष्मीभ्यः नमः त्वमेव प्रत्यक्षं तत्त्वमसि,
त्वमेव सर्वसंपदा दात्री सर्वसिद्धि प्रदायिनि,
सर्वलोक प्रसीद मे॥
माता लक्ष्मी का यह विशेष बीज मंत्र और स्रोत साधक को आर्थिक समृद्धि प्रदान करता है। इसका जाप करने से मानसिक शांति आती है और आध्यात्मिकता प्रशस्त होती है स्वास्थ्य लाभ मिलता है और आठों प्रकार की सिद्धियां हासिल होती है।

मन्त्र जाप के लाभ
- धनतेरस के दिन भगवान कुबेर, धनवंतरी और माता लक्ष्मी के मन्त्रो का जाप या तो सूर्योदय के समय करें अथवा शाम को संध्या दीप प्रज्वलन के दौरान करें।
- यह मंत्र प्रत्येक धनतेरस, दीपावली, शुक्रवार के दिन अनिवार्य रूप से जपे।
- इनके जाप से घर में धन ऐश्वर्य स्वास्थ्य सुख शांति आती है और साधक को आध्यात्मिकता का मार्ग प्राप्त होता है।
- भगवान धन्वंतरि, माता लक्ष्मी और कुबेर की पूजा से न केवल आर्थिक संकटों से मुक्ति मिलती है बल्कि परिवार में सुख प्रेम और सामंजस्य पड़ता है मानसिक शांति और शारीरिक ऊर्जा हासिल होती है।
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FAQ- Dhanteras Mantra Jaap
धन्वंतरी मंत्र कौन सा है?
भगवान धन्वंतरि का मंत्र ॐ श्री धन्वंतरये नमः है। धनतेरस के दिन इस आसान परंतु शक्तिशाली मंत्र का जाप कर आप सभी रोग से मुक्ति प्राप्त कर सकते हैं और मानसिक और शारीरिक बल भी प्राप्त करते हैं।
धन्वंतरि मंत्र का जाप कैसे करें?
धनतेरस के दिन भगवान कुबेर, धनवंतरी और माता लक्ष्मी के मन्त्रो का जाप या तो सूर्योदय के समय करें अथवा शाम को संध्या दीप प्रज्वलन के दौरान करें। यह मंत्र प्रत्येक धनतेरस, दीपावली, शुक्रवार के दिन अनिवार्य रूप से जपे।
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