फोमो के चक्कर में रहने लगेंगे आप दुखी और आपको ही नहीं लगेगी ख़बर, आइए जानते हैं कैसे इससे बचें 

FOMO Se Kaise Bache
FOMO Se Kaise Bache

FOMO Se Kaise Bache: आज के युग में हम लोग डिजिटल दुनिया में रहते हैं। यहां पर इनफॉरमेशन हमारी उंगलियों में रहती है, कहीं कोई पार्टी कर रहा है या कहीं कोई विदेश गया किसी का प्रमोशन हो गया, किसी की शादी हो गई यह सारी इनफार्मेशन पल पल में हमको मिलती रहती है। ऐसी इनफॉरमेशन इकट्ठा करते-करते हमें यह लगने लगता है कि सबके जीवन में कुछ ना कुछ हो रहा है बस हमें छोड़कर और यहां से शुरू होता है, कुछ छूट जाने के डर।

इसके कारण हमारा सुख चैन चला जाता है और हम समझ भी नहीं पाते कि हम कुछ छूटने के डर यानि FOMO का शिकार हो चुके हैं। इसलिए हमें इसे समझने की बहुत ज्यादा जरूरत है और इस लेख में हम इसी पर चर्चा करेंगे कि FOMO से कैसे बचे (FOMO Se Kaise Bache)

क्या होता है FOMO (What is Fomo)

FOMO जिसका मतलब होता है कुछ छूटने का डर (Fear of missing out). फोमो एक तरह के मानसिक भ्रम की स्थिति है जिसमें हमें यह लगता है कि हमारे जीवन के इतर बाकी हर किसी का जीवन हमसे बेहतर है। सोशल मीडिया ने इस डर को और बढ़ा दिया है क्योंकि सोशल मीडिया एक हाईलाइट की तरह होता है जिसमें बस लोगों के अच्छे पल ही आते हैं और यहीं से यह भ्रम बढ़ता जाता है। हमें लगने लगता है कि सबके साथ अच्छा हो रहा है बस हमें छोड़कर।

और पढ़ें: तनाव दूर करने के लिए 5 प्रभावशाली आसन

क्या होते हैं FOMO के लक्षण 

आपको लगता है कि आपके आसपास के लोग आपसे बहुत बेहतर जिंदगी जी रहे हैं और आप कुछ भी नहीं कर पा रहे हैं। आपको लगता है कि दूसरे लोग घूमने जा रहे हैं, पार्टियों कर रहे हैं और खूब सारे मजे कर रहे हैं, जबकि आप कुछ भी नहीं कर पा रहे हैं। ये लक्षण FOMO के लक्षण होते हैं और यकीन मानिए इसका आपके दुख से कोई लेना देना नहीं है, ये FOMO यानि मानसिक भ्रम के लक्षण हैं।

FOMO Kya Hai
FOMO Kya Hai

FOMO का आध्यात्मिक कनेक्शन 

आपको जानकर आश्चर्य होगा लेकिन फोमो का सीधा-सीधा कनेक्शन आध्यात्म से ही है। अध्यात्म कहता है कि हर आत्मा का अपना एक पथ है और उसे उसे पथ का ही पालन करना है। हर आत्मा इस संसार में अपने पाठ सीखने आती है। यही से जुड़ता है वह तार जो हमें भौतिक दुनिया में FOMO के रूप में समझ में आता है।

अगर हमारे मन में इच्छाएं आएंगी, ऐसी इच्छाएं जिनका हमारे जीवन के पथ से कोई लेना-देना नहीं है लेकिन वह हमें आकर्षित करती हैं तो हम एक कर्म के बंधन से जुड़ते जाएंगे जो कि हमारी आत्मा का पथ बिल्कुल भी नहीं है। अगर कोई विदेश यात्रा जा रहा है तो यह उसकी आत्मा का पाठ है यह उसका संघर्ष है या उसकी सफलता है। 

किसी दूसरे व्यक्ति के जीवन से खुद की तुलना करके हम आध्यात्मिक रूप से खुद को काफी पीछे कर लेते हैं इसलिए हमें सचेतन मन से यह समझना चाहिए कि हर व्यक्ति का अलग पाठ है। हमारा भी एक अलग पथ है इसलिए दूसरों के जीवन से तुलना न करके हम खुद को FOMO से बचा सकते हैं (FOMO Se Kaise Bache).

FOMO से निकलने के पांच अचूक उपाय (How To Deal With FOMO)

1- आत्मस्वीकृति – आपको इस बात को समझना होगा कि आपके जीवन में जो भी हो रहा है या जो भी होने वाला है यह सब कर्म के सिद्धांत पर काम कर रहा है। आपकी सफलता या असफलता आपके कर्म पर निर्भर करती है। आप अपने जीवन के प्रति आत्म स्वीकृति लाएं और सिर्फ कर्म पर ध्यान दें, फल की चिंता ना करें। यह आत्म स्वीकृति आते ही आपके अंदर से इच्छाओं और वासनाओं का गमन शुरू हो जाएगा। जिससे आप आध्यात्मिक मार्ग की तरफ चल पड़ेंगे। 

2- संतोष – संतोष आध्यात्मिक जीवन की पहली शर्त होती है,  इसलिए आप जिस भी परिस्थिति में हैं उन परिस्थितियों में अपने अंदर संतोष की भावना का उत्पन्न करें। ईश्वर आपके हिस्से जो खुशियां लिख रहा है, उन खुशियों से संतोष करें। दूसरों की खुशियों पर अपना ध्यान लगाकर अपने हिस्से आए खुशियों को ठोकर न मारे। 

3- “दूसरों” को मन से हटाएं – यहां दूसरों का तात्पर्य है उन लोगों से जिनकी सफलता आपके अंदर डर पैदा करती है। जो FOMO बन जाता है। यह दूसरे आपके मन में निवास करने लगे हैं, इन्हें हटाए इनसे दूर जाएं। आपको किसी व्यक्ति विशेष की पूरी परिस्थितियां नहीं पता होती हैं। किसी की सफलता से अपने अंदर घृणा या डर पैदा करने की बजाय उसे स्वीकार करें साथ ही खुद को भी।

आप जितना अपने आप को स्वीकार करते जाएंगे दूसरे स्वयं ही मन से हटते जाएंगे।आध्यात्म के अनुसार दूसरों का जीवन आपके जीवन को प्रभावित नहीं करता है’ कर्म के सिद्धांत के अनुसार ही वह आपको प्रभावित करते हैं। इसलिए अपने कर्म दूसरों से ना बांधे’ वरना आत्मा को उन्हें चुकाना पड़ जाएगा।

How To Deal With FOMO
How To Deal With FOMO

4- ध्यान में मन रमाएं – जब भी आपको यह चिंता खाने लगे कि आपके साथ कुछ भी अच्छा नहीं हो रहा है, उनके साथ यह हो रहा है, उनके साथ वह हो रहा है, तुरंत आप सारे विचारों को शांत करने के लिए ध्यान लगाने लगे। ध्यान लगाने से तात्पर्य दूसरों से जुड़े विचारों को बिल्कुल भी महत्व न देना है और खुद के दिमाग को खाली करना है। 

5- अपनी यात्रा को याद करें – यह सबसे महत्वपूर्ण है। आप अपनी यात्रा को भूले नहीं। आप अपने संघर्षों को भूले नहीं और आपने जो कुछ भी अपने जीवन में पाया है, उसे भी भूल नहीं। आप अपने अच्छे पलों को याद करें और ईश्वर की आराधना में समय गुजारें। ध्यान में मन लगाएं और अपने काम पर ध्यान दें। जैसे ही आप अपने जीवनचर्या में इन चीजों को लाएंगे, वैसे-वैसे ही इस फोमो यानि कुछ छूटने के डर से आपको मुक्ति मिलने लगेगी।

FAQFOMO Se Kaise Bache

FOMO क्या होता है?

आज की तड़क-भड़क भरी दुनिया में दूसरों से पीछे छूटने का डर FOMO कहलाता है यह एक तरह की मानसिक भ्रम की स्थिति होती है जिसमें इंसान खुद की दूसरों के साथ तुलना करता है और खुद को पिछड़ा हुआ पाता है।

Anu Pal

मैं अनु पाल, Wisdom Hindi ब्लॉग की फाउंडर हूँ। मैं इंदौर मध्य प्रदेश की रहने वाली हूं। मैं एक ब्लॉगर और Content Writer के साथ-साथ Copy Editor हूं और 5 साल से यह काम कर रही हूं। पढ़ने में मेरी विशेष रूचि है और मैं धर्म, आध्यात्म, Manifestation आदि विषयों पर आर्टिकल्स लिखती हूं।

Share This Article:

1 thought on “फोमो के चक्कर में रहने लगेंगे आप दुखी और आपको ही नहीं लगेगी ख़बर, आइए जानते हैं कैसे इससे बचें ”

Leave a Comment