रक्षाबंधन पर भूल कर भी ना करें यह गलतियां

Rakshabandhan Par Kya Na Kare
Rakshabandhan Par Kya Na Kare

Rakshabandhan Par Kya Na Kare: रक्षाबंधन एक पवित्र और भावनात्मक त्योहार माना जाता है। भाई बहन के पवित्र रिश्ते की डोर को और ज्यादा मजबूत बनाता है। जैसा कि हम सब जानते हैं रक्षाबंधन श्रावण मास (Sawan Month 2025) की पूर्णिमा के दिन मनाया जाता है। इस दिन बहनें अपने भाइयों की लंबी उम्र के लिए कामना करते हुए उनकी कलाई पर राखी बाँधती है और भाई भी रक्षा का वचन देते हैं। रक्षाबंधन पारंपरिक और धार्मिक त्योहार है। ऐसे में कुछ नियमों का पालन करना बेहद जरूरी है। अगर कुछ बातों का ध्यान नहीं दिया गया तो इस दिन शुभ फल भी अचानक से अशुभ फल में बदल जाते हैं।

जी हां रक्षाबंधन का दिन बेहद ही आनंददायक पर्व होता है परंतु हर पर्व के पीछे कुछ धार्मिक और वैज्ञानिक तथ्य छुपे होते हैं। ऐसे में प्रत्येक पर्व को मनाने के दौरान उससे जुड़े नियमों का पालन अनिवार्य है। यदि आपने उनके नियमों का पालन नहीं किया तो यह शुभ पर्व भी अनजाने में अशुभ फल दे सकता है। आज के इस लेख में हम आपको इसी से जुड़ी कुछ विशेष जानकारी उपलब्ध करवाएंगे जहां हम बताएंगे रक्षाबंधन के दिन कौन सी गलतियां भूलकर भी नहीं करनी चाहिए (Rakshabandhan Par Kya Na Kare)

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रक्षाबंधन के दिन भूलकर भी ना करें या गलतियां

भद्राकाल– रक्षाबंधन में राखी बांधने का मुहूर्त बहुत ही महत्वपूर्ण होता है। रक्षाबंधन के दिन भद्राकाल पड़ता है आमतौर पर लोग अज्ञानतरण अवश्य भद्राकाल में ही राखी बांध देते हैं, जो बेहद अशुभ होता है। पुराणों के अनुसार भद्राकाल में किसी प्रकार का कोई काम नहीं करना चाहिए। ऐसे में राखी बांधते समय हमेशा शुभ मुहूर्त का ध्यान रखें यदि आपको नहीं पता है तो किसी पंडित या पंचांग से परामर्श ले।

राखी बांधते समय दिशा का ध्यान– हमेशा राखी बांधते समय दिशा का महत्वपूर्ण ध्यान रखें। कोशिश करें कि राखी बांधते समय भाई पूर्व, उत्तर अथवा ईशान कोण में बैठे। दक्षिण की दिशा में लिखकर राखी बांधना वर्जित कहा जाता है। यह दिशा यम की दिशा कही जाती है ऐसे में इस दिशा में मुंह कर राखी बांधने से नकारात्मक ऊर्जा की प्राप्ति होती है और अशुभ फल मिलते हैं

पूजा की थाली में सामानों का विशेष ध्यान- राखी बांधने के दौरान जब पूजा की थाली सजाई जाती है तो कोशिश करें कि इस थाली में सारा सामान निश्चित रूप से हो जैसे कि रोली, चावल, दीपक, मिठाई, राखी इत्यादि जल्दबाजी में थाली अधूरी रखने की वजह से पूजा अधूरी मानी जाती है। हमेशा कोशिश करें की पूजा की थाली विधि वह पूर्वक तैयार है ताकि पूजा का संपूर्ण फल प्राप्त हो।

Raksha bandhan Thali
Raksha bandhan Thali

घर के बुजुर्गों, कन्याओं और देवी देवताओं को भी बाँधे रक्षा सूत्र– रक्षाबंधन के दिन राखी केवल भाई की कलाई पर ही नहीं बांधी जाती घर के बुजुर्गों छोटी बालिकाओं देवी देवताओं की कलाई पर भी रक्षा सूत्र बांधा जाता है। रक्षाबंधन के दिन सुबह सवेरे स्नान कर भगवान विष्णु हनुमान जी कुल देवता और घर के दरवाजे पर रक्षा सूत्र बांधना चाहिए। इसके अलावा घर के सभी बुजुर्गों और छोटी बालिकाओं के हाथ पर भी रक्षा सूत्र बांधें।

रक्षाबंधन में बनी हुई राखी का ना करें निरादर– आमतौर पर राखी बांधने के बाद भाई हाथ से राखी निकाल कर उसे यहां वहां फेंक देते हैं। ऐसे में हमेशा कोशिश करें कि जो राखी बहन ने भाई को बांधी है वह कम से कम 1 साल तक सुरक्षित रखें। खासकर भाई जब यात्रा पर जा रहा है तो इस रक्षा सूत्र को अपने साथ रखें। यह ऊर्जा कवच की तरह काम करता है जो हमेशा भाई की सुरक्षा सुनिश्चित करता है।

आप रक्षाबंधन की राखियों को मंदिर में रख सकते हैं और जरूरत पड़ने पर इसे अपने साथ यात्रा के समय ले जा सकते हैं। एक वर्ष के बाद आप चाहे तो इन रक्षा सूत्रों को किसी नदी में प्रवाहित कर सकते हैं अथवा मिट्टी में दबा सकते हैं।

रक्षाबंधन की राखी कैसी होनी चाहिए- रक्षाबंधन के दिन जो राखी बहने खरीद रही है वह शुद्धता सात्विकता से बनी होनी चाहिए। हमेशा कोशिश करें कि रक्षाबंधन की राखी सूत या रेशमी धागे की बनी हो। इसका रंग लाल, पीला या केसरिया हो। प्लास्टिक या ऐसे पदार्थ की राखी जो पर्यावरण को नुकसान पहुंचाती है उन्हें खरीदने से बचें। ऐसा करने से आप नकारात्मक ऊर्जा को तो इकट्ठा करते ही हैं साथी पर्यावरण को भी नुकसान पहुंचाते हैं।

Raksha Bandhan 2025
Raksha Bandhan 2025

राखी में मौली का प्रयोग- रक्षाबंधन के दिन अपने भाई की कलाई पर रक्षा सूत्र अर्थात मौली या कलावे को भी बाँध सकते हैं। यह कलावा लाल, पीले, हरे रंग के मिश्रण से बना होता है। यह ग्रह दोष को शांत करता ही है साथ ही रक्षा सूत्र के रूप में भी कार्य करता है जो भाई को नकारात्मकता और संकट से बचाता है।

इस प्रकार रक्षाबंधन के दिन कोशिश करें कि आप ऐसी कोई गलती ना करें (Rakshabandhan Par Kya Na Kare) जिससे भाई बहन के इस प्रेम भरे पर्व पर अशोक शक्तियां हावी रहे। कोशिश करें कि आप के द्वारा खरीदी गई राखी सात्विक और पर्यावरण अनुकूल हो। राखी बांधने के दौरान किसी प्रकार की गलती ना करें। मन में प्रेम भाव रखते हुए हुए राखी बांधने और राखी बांधने के दौरान दिशा नियम वास्तु नियम और पूजा नियमों का पालन करें।

FAQ- Rakshabandhan Par Kya Na Kare

रक्षाबंधन के दिन क्या नहीं करना चाहिए?

रक्षाबंधन के दिन सात्विकता का पालन करना चाहिए और मांस, मदिरा जैसी चीजों का सेवन नहीं करना चाहिए। के अलावा रक्षाबंधन की राखी भी प्राकृतिक चीजों से बनी हो पर्यावरण के अनुकूल हो इस बात का भी ध्यान रखा जाना चाहिए।

Anu Pal

मैं अनु पाल, Wisdom Hindi ब्लॉग की फाउंडर हूँ। मैं इंदौर मध्य प्रदेश की रहने वाली हूं। मैं एक ब्लॉगर और Content Writer के साथ-साथ Copy Editor हूं और 5 साल से यह काम कर रही हूं। पढ़ने में मेरी विशेष रूचि है और मैं धर्म, आध्यात्म, Manifestation आदि विषयों पर आर्टिकल्स लिखती हूं।

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