
Surya Arghya Benefits: हमारी हिंदू संस्कृति में सूर्य देव जीवन का आधार होते हैं। सूर्य से केवल ऊर्जा और प्रकाश नहीं मिलते बल्कि स्वास्थ, सफलता समृद्धि और संतान सुख भी प्राप्त होता है। हमारे प्राचीन ग्रंथो में और वेदों में सूर्य की आराधना का बहुत अधिक महत्व बताया गया है। रोज सुबह सूर्योदय के समय सूर्य देव को जल अर्पित करना एक ऐसा उपाय है जो अत्यंत सरल परंतु बहुत अधिक शक्तिशाली उपाय है।
यह उपाय केवल आध्यात्मिक शक्ति प्रदान नहीं करता बल्कि बहुत सारी समस्याएं जैसे विवाह में बाधा, संतान होने में बाधा, स्वास्थ्य संबंधित समस्याएं नौकरी की समस्या मन की अशांति आदि समस्याओं को दूर करने में सहायता करता है। यदि सूर्य को अर्घ देते समय जल में कुछ विशिष्ट सामग्री मिलाई जाए तो यह उपाय इन सभी समस्याओं से छुटकारा प्रदान करने में सहायक होता है। आईए जानते हैं कि इस उपाय की विधि मंत्र और लाभ किस प्रकार है।
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अपनी इच्छा अनुसार अर्घ्य के जल में मिलाए यह सामग्री
इस उपाय को करने के लिए सबसे पहले एक तांबे का लोटा लें। तांबा सूर्य की ऊर्जा को आकर्षित करता है और जल को शुद्ध और ऊर्जावान बनाता है। लोटे में शुद्ध जल भर कर अपनी इच्छा के अनुसार नीचे दी गई सामग्री में से एक या उससे अधिक सामग्री मिलाएँ। सामग्री थोड़ी ही मात्रा में या चुटकी भर ही मिलाए-
विवाह व संतान प्राप्ति के लिए चावल: चावल का संबंध चंद्रमा से होता है। यदि सूर्य को अर्घ देते समय जल में चावल मिलाया जाए तो यह उपाय विवाह की समस्या और गर्भधारण में आने वाली बाधाओं को दूर करता है।
अच्छे स्वास्थ्य और सुरक्षा के लिए सरसों के दाने: सूर्य को अर्घ्य देने वाले जल में यदि सरसों के दाने मिलाए जाएँ तो यह नकारात्मक शक्तियों को खत्म करता है। यह उपाय बुरी नजर से रक्षा करता है जिससे अच्छा स्वास्थ्य और सुरक्षा प्राप्त होती है।
नौकरी व्यापार और सफलता के लिए गुड़: सूर्य को अर्घ्य देने वाले जल में गुड मिलाने से नए अवसर की प्राप्ति होती है और व्यापार व्यवसाय में सफलता के मार्ग खुलते हैं।

धन समृद्धि और खुशी के लिए हल्दी: अर्घ्य देने वाले जल में हल्दी मिलाने से पीला रंग सूर्य से मिलता है जो घर में सुख शांति और धन समृद्धि लाता है।
यदि आपकी एक से अधिक इच्छाएं हैं तो एक से अधिक सामग्री भी जल में मिला सकते हैं। लोटे में जल भरकर एक या एक से अधिक सामग्री मिलाकर उसे अच्छी तरह से हिलाएं जैसे सामग्री अच्छे से मिल जाए और जल पवित्र हो जाए उसके पश्चात ही सूर्य देव को अर्घ्य दें।
सूर्य देव को जल चढ़ाते समय निम्नलिखित मंत्रों का जाप करें। प्रत्येक मंत्र को कम से कम 11 बार दोहराएं:
- ॐ घृणी सुर्याय नम:– यह मंत्र सूर्य की किरणों को आमंत्रित करता है जो जीवन में प्रकाश भरता है।
- ॐ आदित्याय नमः– आदित्य सूर्य का नाम है और आदि सृष्टि का प्रतीक है इस मंत्र का जाप करने से कार्य में सफलता मिलती है और नई शुरुआत करने में आने वाली बधाएं दूर होती हैं।
- ॐ भास्कराय नमः– भास्कर का अर्थ होता है प्रकाश देने वाला यह मंत्र अंधकार को दूर कर सफलता दिलाने में सहायता करता है।
मंत्र का जाप करते समय अपनी इच्छा को अपने मन में दोहराएं और श्रद्धा के साथ और विश्वास के साथ सूर्य देव को अपनी इच्छा कहते हुए मंत्र जाप करते हुए जल अर्पित करें। सूर्य देव को प्रणाम करे।
उपाय के लाभ और नियमितता(Surya Arghya Benefits)
यह उपाय रोजाना करना चाहिए। इसे रोज करने से कुंडली में सूर्य देव यदि कमजोर है तो वह मजबूत होता है। यह उपाय करने से विवाह योग्य युवाओं का शीघ्र ही विवाह होता है। संतान की इच्छा रखने वाली महिलाओं को स्वस्थ संतान की प्राप्ति होती है। स्वास्थ्य नौकरी और व्यापार की समस्याएं दूर होती है। घर से नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है, घर में खुशहाली आती है।

यह उपाय सूर्योदय के समय करें सूर्यास्त के समय नहीं। विशेषकर रविवार को यह उपाय करने से इसका बहुत अधिक फल प्राप्त होता है। महिला मासिक धर्म में यह उपाय न करें। यह उपाय कम से कम 21 दिन या संभव हो तो जीवन भर करें। यदि संभव हो तो आदित्य हृदय स्त्रोत का पाठ भी करें।
निष्कर्ष–Surya Arghya Benefits
गुरुदेव को नियमित रूप से जल अर्पित करने का यह उपाय अत्यंत सरल सस्ता और बहुत अधिक प्रभावशाली है। जल में चावल गुड़ हल्दी सरसों के दाने मिलाकर सूर्य देव को जल अर्पित किया जाए तो यह जीवन से नकारात्मकता को दूर करके सकारात्मक ऊर्जा प्रदान करता है और जीवन के हर कार्य में सफलता प्रदान करता है। यह ऋषि मुनियों द्वारा बताए गए उपाय हैं जो बहुत अधिक प्रभावशाली है। इसलिए उपायों को अपनाकर अपने जीवन को सूर्य देव की कृपा से उज्जवल बनाएं।
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