
Best Sleeping Direction As Per Vastu: हमारा शरीर ऊर्जा का केंद्र है और इस ऊर्जा केंद्र को हमेशा शक्तिशाली बनाए रखने के लिए नींद बहुत ज्यादा जरूरी है और इस नींद के दौरान यह ध्यान देना जरूरी है कि हम किस दिशा में सिर रखकर सो रहे हैं (Sone Ki Sahi Disha) क्योंकि चारों दिशाओं का प्रभाव हमारे शरीर पर पड़ता है।
ऐसे में जिस दिशा में हम सिर रख कर सोते हैं वह दिशा हमारी नींद की गुणवत्ता, हमारी मानसिक स्थिरता, हमारे जीवन शक्ति यहां तक कि हमारे भाग्य को प्रभावित करती है। इसीलिए वास्तु शास्त्र के अंतर्गत प्रत्येक कार्य के लिए एक दिशा का निर्धारण किया गया है। यहां तक कि सोने के लिए भी एक सही दिशा (Sone Ki Disha) का चयन जरूरी है।
जी हां वास्तु शास्त्र के नियम अनुसार चारों दिशाएं कुछ कामों के लिए शुभ और कुछ कामों के लिए अशुभ मानी जाती है। जब बात आती है नींद की तो हमेशा ध्यान रखना चाहिए कि हम वास्तु शास्त्र के नियम अनुसार बताई गई दिशा में सिर रखकर ही सोए (Best Sleeping Direction As Per Vastu) ताकि नींद की गुणवत्ता अच्छी हो स्वास्थ्य में सुधार हो निर्णय लेने की शक्ति बेहतर रहे और शरीर तनाव और रोगों से मुक्त रहे।
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वास्तु शास्त्र में नींद के लिए कौन सी दिशा उत्तम बताई गई है
दक्षिण दिशा में सिर रखकर सोना- वास्तु शास्त्र के अनुसार दक्षिण की दिशा यम की दिशा कहलाती है। हालांकि बहुत लोग इस दिशा में सिर रखकर सोने को मृत्यु या बीमारी के नजदीक जाना बताते हैं परंतु ऐसा नहीं है। असल में दक्षिण दिशा में सिर रखकर सोने से मानसिक शांति और गहरी नींद मिलती है। आत्मविश्वास और निर्णय देने की शक्ति बढ़ती है। यहां तक कि ब्लड सर्कुलेशन पर भी कंट्रोल आता है और जीवन में स्थिरता और संतुलन की प्राप्ति होती है। दक्षिण दिशा मस्तिष्क में संतुलन लाता है। ऐसे में दक्षिण दिशा में सिर रखकर सोना (Sone Ki Sahi Disha) सबसे सर्वश्रेष्ठ माना जाता है।

पूर्व दिशा में सिर रखकर सोना- पूर्व दिशा सूर्य की दिशा है। इस दिशा में सिर रखकर सोने से ज्ञान, आध्यात्मिकता और उन्नति की प्राप्ति होती है। कहा जाता है कि इस दिशा में विद्यार्थियों, साधकों और मानसिक कार्य करने वाले लोगों को सोना चाहिए। इस दिशा में सिर रखकर सोने (Sone Ki Disha) से कंसंट्रेशन बेहतर होता है, स्मरण शक्ति तेज होती है, मानसिक तनाव कम होता है, आत्मिक विकास होता है। यह दिशा शोधकर्ता, लेखकों और ध्यान साधना करने वालों के लिए सबसे बेहतरीन दिशा मानी जाती है।
पश्चिम दिशा में सिर रखकर सोना– वास्तु शास्त्र में पश्चिम दिशा को बुरा नहीं कहा गया है, हालांकि इस दिशा में सर रखकर सोने से ज्यादा लाभ नहीं मिलते। बल्कि शरीर आलस्य से घिर जाता है। पश्चिम दिशा उन लोगों के लिए ठीक मानी जाती है जो बहुत ज्यादा यात्रा करते हैं और जीवन में काफी अस्थिर हैं। इस दिशा में सिर रखकर सोने से (Best Sleeping Direction As Per Vastu) आलस से बढ़ता है और महत्वाकांक्षाएं कम हो जाती हैं। ऐसे में ऐसे लोग जो सांसारिक कारों में संतुलन चाहते हैं और लगातार यात्राएं करते हैं उन्हें इस दिशा में सिर रखकर सोना चाहिए।
उत्तर दिशा में सिर रखकर सोना- उत्तर दिशा वास्तु शास्त्र के अनुसार सबसे हानिकारक दिशा मानी जाती है। यह दिशा चुंबकीय तरंगों की दिशा है। ऐसे में इस दिशा में सर रखकर सोने से मस्तिष्क का संतुलन बिगड़ जाता है और निद्रा, सरदर्द, बेचैनी हो सकती है। ब्लड सर्कुलेशन बिगाड़ सकता है, नकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है। हमारे मस्तिष्क की ऊर्जा द्रव्य ऊर्जा से टकराती है। जिसकी वजह से दीर्घकालीन बीमारियों का खतरा भी बढ़ जाता है।

वास्तु शास्त्र के अनुसार सोने के लिए आदर्श स्थिति
वास्तु शास्त्र के अनुसार आपका बेडरूम साउथवेस्ट कॉर्नर में होना चाहिए। बेडरूम में सोते समय पैर उत्तर या पूर्व की दिशा में सिर दक्षिण या पूर्व की दिशा में रखें। हमेशा इस बात का ध्यान रखें कि आपके बिस्तर पर कोई लोहे की चीज़, इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस आदि ना हो। सोने से पहले आपका कमरा पूरी तरह से साफ-सुथरा और शांत होना चाहिए।
कुल मिलाकर नींद केवल शारीरिक विश्राम नहीं बल्कि ब्रह्मांड की शक्तियों से एक मेल मिलाप समाज भी माना जाता है। इसीलिए वास्तु शास्त्र के में सोने की दिशा (Best Sleeping Direction As Per Vastu) केवल भौगोलिक स्थिति नहीं बल्कि हमारे मनोविज्ञान स्वास्थ्य और जीवन की गति को नियंत्रित करने वाला रहस्य भी मानी जाती है। ऐसे में हमेशा अपने लिए अपने कार्य की प्रकृति के अनुसार सोने की दिशा (Sone Ki Sahi Disha) का चुनें। ध्यान रखें कि आप उत्तर दिशा में सिर रखकर सोने से बचें।
FAQ- Best Sleeping Direction As Per Vastu
नींद के लिए सबसे अच्छी दिशा कौनसी है?
नींद के लिए सबसे अच्छी दिशा पूर्व की दिशा है। इस दिशा में सिर रखकर सोने से ज्ञान, आध्यात्मिकता और उन्नति की प्राप्ति होती है। कहा जाता है कि इस दिशा में विद्यार्थियों, साधकों और मानसिक कार्य करने वाले लोगों को सोना चाहिए।