
Dev Diwali Deep Daan Upay: देव दीपावली कार्तिक मास की पूर्णिमा को मनाई जाती है। यह दिन न केवल काशी में बल्कि पूरे देश में उत्साह के साथ मनाया जाता है। माना जाता है कि इस दिन स्वयं देव धरती पर आकर दीप जलाते है और दिवाली मनाते है। इसलिए इस दिन को देव दीपावली कहा जाता है। मान्यता है कि इस दिन दीप प्रज्वलित करने से सारे पाप नष्ट हो जाते हैं। और घर में लक्ष्मी जी का स्थाई वास होता है।
देव दीपावली का यह त्यौहार पृथ्वी पर नकारात्मकता को खत्म करके सकारात्मक ऊर्जा को बढाता है। देव दीपावली हमारे जीवन को अंधकार से प्रकाश की ओर और जीवन को दुखों से सुखों की ओर लेकर जाने का पर्व है। देव दीपावली के दिन अपने घर में दीप प्रज्वलित करने से न केवल अंधकार से मुक्ति मिलती है बल्कि यह हमारे जीवन में सकारात्मक लेकर आता है आईए जानते हैं कि हमें देव दीपावली के दिन कैसे और कितने दीप जलाने चाहिए।
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देव दीवाली के दिन कितने दीप जलाएँ
शास्त्रों के अनुसार दीप प्रज्वलित करना केवल सजावट का प्रतीक नहीं है बल्कि यह ऊर्जा का माध्यम है। घर में कितने दिए जलते हैं यह आपकी क्षमता श्रद्धा पर निर्भर करता है परंतु कुछ मान्यताए हैं जो इस प्रकार है:–
11 दीपक: देव दीपावली के दिन अगर आप सामान्य रूप से पूजा कर रहे हैं तो कम से कम 11 दीपक जलाना शुभ माना गया है। 11 दीपक एकादश रुद्र का प्रतीक है यह पाप को नष्ट करने वाला माना जाता है।
21 दीपक: देव दीपावली के दिन 21 दीपक जलाना या अत्यंत शुभकारी माना जाता है। इससे घर परिवार में सुख समृद्धि और आरोग्य की वृद्धि होती है।
51 दीपक: देव दीपावली के दिन 51 दीपक जलाना अत्यंत मंगलकारी होता है। यदि भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी को प्रसन्न करना है तो उन लोगों को 51 दीपक अपने घर में अवश्य जलाने चाहिए। 51 दीपक जलाने से भौतिक और आध्यात्मिक ऊर्जा की वृद्धि होती है।

108 दीपक: देव दीपावली के दिन 108 दीपक जलाना ब्रह्मांड की ऊर्जा का प्रतीक माना जाता है। देव दीपावली के दिन 108 दीपक जलाने को पूर्ण दीपदान भी कहा जाता है। जो व्यक्ति 108 दीपक जलता है उसके अंदर सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है और वह व्यक्ति अंधकार से भय से दरिद्रता से पूर्ण रूप से दूर हो जाता है।
ध्यान देने के लिए महत्वपूर्ण बात यह है कि दीपक जलाने के लिए घी का ही प्रयोग करना चाहिए। क्योंकि घी वातावरण को शुद्ध करता है और संपूर्ण वातावरण में सकारात्मक ऊर्जा को फैलाता है।
दीपक जलाने की दिशा और स्थान
- घर के मुख्य आधार पर, रसोई घर में, घर के मध्य भाग में और बालकनी में दीपक अवश्य जलाएं।
- तुलसी के पौधे के पास दीपक जलाना अत्यंत शुभ होता है।
- जिसके घर में गंगाजल रखा हो उसे दीपक जलाने के बाद गंगा आरती करना अत्यंत आवश्यक होता है क्योंकि देव दीपावली का गंगा जी से गहरा संबंध होता है।
देव दीपावली के दिन दीपक जलाने के चमत्कारी लाभ(Dev Diwali Deep Daan Upay)
नकारात्मक ऊर्जा से मुक्ति: दीपक की लो केवल रोशनी नहीं देती बल्कि यह वातावरण में फैली नकारात्मक ऊर्जा को नष्ट कर देती है। इससे घर में शांति स्थिरता बनी रहती है।
धन और समृद्धि की प्राप्ति: देव दीपावली के दिन लक्ष्मी माता धरती पर विचरण करती है जिस घर में दीपक का प्रकाश होता है और शांति का वातावरण होता है वहां लक्ष्मी स्वयं स्थाई वास करती है। जिससे घर में धन और समृद्धि बनी रहती है।

पूर्वजों का आशीर्वाद: देव दीपावली का दिन पितरों के तर्पण और दीपदान के लिए श्रेष्ठ माना जाता है। दीपक जलाने से पूर्वज प्रसन्न होते हैं और उनका आशीर्वाद घर परिवार पर बना रहता है।
मानसिक शांति और आध्यात्मिक उन्नति: दीपक की लौ का ध्यान करने से मन एकाग्र होता है। मानसिक तनाव कम होता है। दीपक कि लौ ध्यान और भक्ति का अद्भुत माध्यम है। दीपक की लौ से आध्यात्मिक ऊर्जा में वृद्धि होती है।
परिवार में एकता और प्रेम: देव दीपावली के दिन जब परिवार के सभी सदस्य मिलकर दीपक जलाते हैं तो ऐसे परिवार में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है। इससे घर में एकता प्रेम में वृद्धि होती है। और आपसी संबंधों में सुधार होता है।
विशेष उपाय(Dev Diwali Deep Daan Upay)
- दीपक जलाते समय ॐ नमः भगवते वासुदेवाय या ॐ महालक्ष्म्यै नमः का जाप करें।
- दीपक जलाने के बाद दीपदान का संकल्प अवश्य करें।
- यदि संभव हो तो नदी में दीप प्रवाहित अवश्य करें। इससे जल देवता प्रसन्न होते हैं जिससे जीवन में पवित्रता आती है।
देव दीपावली प्रकाश का त्यौहार तो है ही साथ ही यह जीवन में आध्यात्मिक और सकारात्मक ऊर्जा को बढ़ाने का पर्व भी है। देव दीपावली के दिन दीपक जलाकर हम अपने जीवन से अंधकार को दूर कर सकते हैं और अपने जीवन को समृद्धि और शांति की दिशा में अग्रसर कर सकते हैं। चाहे आप कितने भी दीपक जलाएं मन में भावना शुद्ध और गहरी होनी चाहिए। देव दीपावली का वास्तविक अर्थ यही है की दीप से दीप जलाएं और सारे संसार को प्रकाशित करें।
FAQ- Dev Diwali Deep Daan Upay
देव दिवाली पर दीप किस स्थान पर जलाना चाहिए?
देव दीवाली पर दीप घर के मुख्य आधार पर, रसोई घर में, घर के मध्य भाग में और बालकनी में जलाएं। तुलसी के पौधे के पास दीपक जलाना अत्यंत शुभ होता है। जिसके घर में गंगाजल रखा हो उसे दीपक जलाने के बाद गंगा आरती करना अत्यंत आवश्यक होता है।