Hanuman Ji Ke Upay अपनाकर हनुमान जयंती पर पाएं हनुमान जी की कृपा

Hanuman Ji Ke Upay
Hanuman Ji Ke Upay

Hanuman Ji Ke Upay: चैत्र मास की पूर्णिमा के दिन भगवान हनुमान के जन्मोत्सव को हनुमान जयंती के रूप में मनाया जाता है। भगवान राम के परम भक्त संकट मोचन के नाम से प्रसिद्ध बल और बुद्धि के दाता भगवान हनुमान जी के जन्मोत्सव को बड़ी धूमधाम से मनाया जाता है। भगवान हनुमान जी के आशीर्वाद से भक्तों के जीवन में साहस, शक्ति और समृद्धि की कृपा बरसती है।

हनुमान जयंती के दिन भक्त आमतौर पर हनुमान चालीसा का पाठ करते हैं। हनुमान मंदिर के दर्शन करते हैं और लाल चंदन का तिलक करते हैं, हनुमान जी को भोग में लड्डू का अर्पण करते हैं। लेकिन इसके अलावा कुछ ऐसे उपाय भी हैं जो बहुत कम प्रचलित हैं जिन्हें प्राचीन ग्रंथों जैसे स्कंद पुराण, शिव पुराण, रामायण और तंत्र शास्त्रों से लिया गया है। 

ये उपाय न केवल हनुमान जी को प्रसन्न करते हैं, बल्कि भक्तों के जीवन में विशेष कृपा और आशीर्वाद भी लाते हैं। इस आर्टिकल में हम ऐसे ही कुछ खास और कम चर्चित उपायों (Hanuman Ji Ke Upay) पर प्रकाश डालेंगे, जो आप हनुमान जयंती पर अपना सकते हैं।

हनुमान जयंती पर हनुमान जी के टोटके

आई अब हम जानते हैं कि हनुमान जयंती पर आप कौन से हनुमान जी के टोटके (Hanuman Ji Ke Upay) अपना कर इस अवसर का फायदा उठा सकते हैं। 

उपाय 1. अरका पुष्प और पान के पत्तों का चढ़ावा

स्कंद पुराण में इस उपाय का वर्णन है। स्कंद पुराण के अनुसार हनुमान जी को अरका (मदार या कैलोट्रोपिस) के फूल अर्पित करने से उनका विशेष आशीर्वाद प्राप्त होता है। यह फूल भगवान हनुमान जी की शक्ति और संकट हरने की क्षमता का प्रतीक माना जाता है।

कैसे संपन्न करें उपाय: हनुमान जयंती की सुबह 11 अरका फूल और 5 पान के पत्ते लें। पान के पत्तों पर लाल चंदन से “राम” लिखें और हनुमान जी की मूर्ति के सामने “ॐ राम तारक मंत्र जप” (ॐ राम तारक मंत्र जपाय नमः) का 108 बार जाप करें। इसके बाद ये सामग्री मूर्ति पर चढ़ाएं। यह उपाय (Hanuman Ji Ke Upay) संकटों से मुक्ति और धन-धान्य की वृद्धि के लिए अत्यंत प्रभावी माना जाता है।

Hanuman Ji Ke Upay
Hanuman Ji Ke Upay

उपाय 2. हनुमान ध्यान मंत्र साधना

हनुमान जी की पूजा में हनुमान चालीसा और बजरंग बाण लोकप्रिय हैं, लेकिन एक कम प्रचलित मंत्र “हनुमान ध्यान मंत्र” भी है, जो पुराणों में उनकी महिमा का वर्णन करता है। यह मंत्र है- 

“अतुलितबलधामं हेमशैलाभदेहं दनुजवनकृशानुं ज्ञानिनामग्रगण्यम्।

सकलगुणनिधानं वानराणामधीशं रघुपतिप्रियभक्तं वातजातं नमामि॥”

यह मंत्र हनुमान जी के बल, रूप और भक्ति को दर्शाता है।

कैसे संपन्न करें उपाय: हनुमान जयंती पर सूर्योदय से पहले उठें, स्नान करें और पूर्व दिशा में एक लाल आसन पर बैठें। हनुमान जी की मूर्ति या चित्र के सामने घी का दीपक जलाएं। इस मंत्र का 21 बार जाप करें और हर जाप के बाद एक लाल गुलाब का फूल चढ़ाएं। यह साधना मानसिक शांति, साहस और आत्मविश्वास बढ़ाने में सहायक है।

उपाय 3. पंचामृत अभिषेक और हनुमान यज्ञ

पुराणों के अध्ययन से ये ज्ञात होता है कि हनुमान जी को प्रसन्न करने के लिए पंचामृत अभिषेक किया जाता है। पंचामृत में दूध, दही, शहद, घी और शक्कर का मिश्रण होता है, जो पवित्रता और समृद्धि का प्रतीक है। इसके साथ ही हनुमान यज्ञ एक तांत्रिक विधि है, जो कम प्रचलित है लेकिन अत्यंत प्रभावशाली मानी जाती है।

कैसे संपन्न करें उपाय: हनुमान जयंती पर सुबह एक तांबे के पात्र में पंचामृत तैयार करें। हनुमान जी की मूर्ति को साफ जल से स्नान कराएं, फिर पंचामृत से अभिषेक करें। अभिषेक के दौरान “ॐ हं हनुमते नमः” का 108 बार जाप करें। इसके बाद एक छोटा हवन करें, जिसमें लकड़ी, तिल, घी और लाल फूलों का उपयोग करें। हवन में “ॐ हनुमते रुद्रात्मकाय हुं फट्” मंत्र की 21 आहुति दें। इस उपाय (Hanuman Ji Ke Upay) को करने से भगवान हनुमान जी की कृपा से शत्रुओं पर विजय प्राप्त होती है और स्वास्थ्य लाभ भी होता है।

और पढ़ें: Durga Saptashati Path Ke Chamatkar देंगे आध्यात्मिक उन्नति और समृद्धि

उपाय 4. 41 दिनों की साधना (दक्षिण भारतीय परंपरा)

दक्षिण भारत में हनुमान जयंती को 41 दिनों तक मनाने की परंपरा चली आ रही है। यह चैत्र पूर्णिमा से शुरू होकर वैशाख माह के कृष्ण पक्ष दशमी तक चलती है। इस दौरान एक विशेष मंत्र “ॐ नमो हनुमते” (Hanumanji Bij Mantra) का जाप किया जाता है।

कैसे संपन्न करें उपाय: हनुमान जयंती से शुरू करते हुए 41 दिनों तक रोज सुबह और शाम 108 बार इस मंत्र का जाप करें। जाप के लिए रुद्राक्ष की माला का उपयोग करें और हनुमान जी को गुड़ और चने का भोग लगाएं। हर शनिवार को मंदिर में लाल कपड़ा दान करें। 

यह उपाय (Hanuman Ji Ke Upay) एक दीर्घकाल अवधि के लिए है, लेकिन इसके प्रभाव अत्यंत प्रभावशाली हैं। इस उपाय को अपने पर भगवान हनुमान जी की कृपा से जीवन में स्थिरता और शांति आती है।

उपाय 5. पीपल के पेड़ की पूजा और दान

हनुमान जी को प्रकृति का रक्षक माना जाता है। कई कथाओं से यह पता चलता है कि भगवान हनुमान जी पीपल की पेड़ की पूजा करने पर अत्यंत प्रसन्न होते हैं और साथ में दान देने पर अपनी कृपा अपने भक्तों पर बरसाते हैं।

कैसे संपन्न करें उपाय उपाय: हनुमान जयंती की शाम को एक पीपल के पेड़ के नीचे घी का दीपक जलाएं। पेड़ की जड़ में जल अर्पित करें और हनुमान जी का मंत्र “ॐ वायुपुत्राय नमः” का 21 बार जाप करें। जप करने के बाद गरीबों में बेसन के लड्डू का दान करें। 

इस उपाय (Hanuman Ji Ke Upay) को अपने से भगवान हनुमान जी की कृपा अति शीघ्र प्राप्त होती है और स्वास्थ्य संबंधी लाभ होते हैं धन की समस्याएं दूर होती हैं और आसपास के वातावरण में शांति बनी रहती है।

उपाय 6. हनुमान अष्टक का रात्रि पाठ

हनुमान अष्टक (Hanuman Ashtak Strotra) एक कम प्रचलित स्तोत्र है, जो संकटमोचन हनुमान को समर्पित है। यह तुलसीदास द्वारा रचित माना जाता है और इसमें हनुमान जी की आठ विशेष लीलाओं का वर्णन है।

कैसे संपन्न करें उपाय: हनुमान जयंती की रात को 12 बजे के बाद एक शांत स्थान पर बैठें। हनुमान जी के सामने तेल का दीपक जलाएं और हनुमान अष्टक का 11 बार पाठ करें। पाठ के बाद अपनी मनोकामना कहें और एक लाल धागा अपनी कलाई पर बांधें। यह उपाय (Hanuman Ji Ke Upay) भय, बुरी नजर और अज्ञात संकटों से रक्षा करता है।

निष्कर्ष

ऊपर सुझाए उपायों को अपना कर ना सिर्फ आप भगवान हनुमान जी की कृपा को अतिशीघ्र प्राप्त कर सकते हैं बल्कि अपने अंदर एक आध्यात्मिक शांति का अनुभव भी कर सकते हैं। ये उपाय (Hanuman Ji Ke Upay) न केवल हनुमान जी को प्रसन्न करते हैं, बल्कि भक्तों के जीवन में साहस, समृद्धि और प्रसन्नता भी लाते हैं।

Hanuman Ji Ke Upay: यहाँ देखें वीडियो

FAQ- Hanuman Ji Ke Upay

हनुमान जी को प्रसन्न करने की क्या उपाय हैं?

हनुमान जी को प्रसन्न करने के लिए हनुमान चालीसा पाठ किया जा सकता है हनुमान जी को चोला चढ़ाया जा सकता है और गुड़ और चने का प्रसाद चढ़ाया जा सकता है।

हनुमान जी को कसम कैसे दी जाती है?

हनुमान जी को कसम देने के लिए सबसे पहले उनके सामने बैठकर उनके मंत्र का उच्चारण करना होता है उसके बाद आपको अपनी इच्छा बढ़कर उसे पूरी करने के लिए हनुमान जी को कसम देनी होती है।

हनुमान जी की प्रिय राशि कौन सी है?

हनुमान जी की प्रिया राशि वृश्चिक, सिंह, कुंभ और मेष है।

हनुमान जी से अपनी इच्छा कैसे पूरी करें?

हनुमान जी से अपनी कोई भी इच्छा पूरी करवाने के लिए 41 दिन तक लगातार सुंदरकांड का पाठ करना चाहिए।

हनुमान जी को बुलाने वाला मंत्र कौन सा है?

हनुमान जी को बुलाने वाला मंत्र “ॐनमो भगवते आंजनेयाय महाबलाय स्वाहा” है।

Anu Pal

मैं अनु पाल, Wisdom Hindi ब्लॉग की फाउंडर हूँ। मैं इंदौर मध्य प्रदेश की रहने वाली हूं। मैं एक ब्लॉगर और Content Writer के साथ-साथ Copy Editor हूं और 5 साल से यह काम कर रही हूं। पढ़ने में मेरी विशेष रूचि है और मैं धर्म, आध्यात्म, Manifestation आदि विषयों पर आर्टिकल्स लिखती हूं।

Share This Article:

Leave a Comment