
Dev Diwali Ke Upay: हमारी भारतीय संस्कृति में सभी त्योहारों का अपना बहुत अधिक महत्व होता है उन्हें में से एक है। देव दीपावली देव दीपावली कार्तिक मास की पूर्णिमा को मनाई जाती है मान्यता है कि इस दिन भगवान शिव ने त्रिपुरासूर नाम के राक्षस का वध किया था इसलिए यह दिन शिव जी की विजय के रूप में भी मनाया जाता है। माना जाता है कि इस दिन भगवान शिव और देव खुद दीपक जलाने के लिए धरती पर आते हैं। वेदों में इस पूर्णिमा का अत्यधिक महत्व माना जाता है। इस पूर्णिमा को सबसे पवित्र पूर्णिमा में गिना जाता है।
देव दीपावली का दिन भगवान विष्णु और लक्ष्मी जी को समर्पित होता है। भगवान विष्णु और लक्ष्मी जी प्रेम के प्रतीक माने जाते हैं। भगवान विष्णु और लक्ष्मी जी की आराधना करके वैवाहिक जीवन को सुखी और समृद्ध किया जा सकता है। यदि किसी को प्रेम विवाह करना हो और वह उसमें संकटों का सामना कर रहा हो, उसका विवाह किसी कारणवश ना हो पा रहा हो तो देव दीपावली के दिन कुछ उपाय करके वह अपनी इस परेशानियों को दूर कर प्रेम विवाह करने में सफलता प्राप्त कर सकता है।
देव दीपावली का दिन ऐसे व्यक्तियों के लिए वरदान साबित होता है जिनकी प्रेम विवाह करने की इच्छा हो। यह उपाय अत्यंत सरल होते हैं परंतु इन उपायों को पूरी श्रद्धा और सच्चाई के साथ गोपनीय रूप से करना अत्यंत आवश्यक होता है। आइए हम जानते हैं कि ऐसे कौन से उपाय है जिन्हें करके व्यक्ति प्रेम विवाह करने में सफलता प्राप्त कर सकता है।
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देव दीपावली का महत्व
देव दीपावली कार्तिक मास की पूर्णिमा के दिन मनाई जाती है। यह साल में एक बार मनाई जाती है। यह सभी पूर्णिमाओं से अधिक महत्व रखती है। माना जाता है कि इस दिन देवता स्वयं धरती पर जाकर दीप जलाते हैं और दिवाली मनाते हैं। हमारे हिंदू संस्कृति में देव दीपावली का बहुत अधिक महत्व है क्योंकि इस दिन सारी नकारात्मक ऊर्जा खत्म हो जाती है और ब्रह्मांड में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है। यह दिन लक्ष्मी नारायण को समर्पित होता है इनकी पूजा अर्चना करने से दापत्य जीवन में सुख समृद्धि आती है।
वैवाहिक जीवन में आने वाली परेशानियां भी इस दिन पूजा अर्चना करने से खत्म हो जाती है। प्रेमी जोड़ों के लिए भी यह दिन बहुत अधिक महत्व रखता है। माना जाता है कि जो व्यक्ति सच्ची श्रद्धा के साथ पूर्णिमा का व्रत करता है, लक्ष्मी नारायण भगवान का पूजन करता है उन्हें मनचाहा जीवनसाथी प्राप्त होता है क्योंकि यह दिन प्रेम और समर्पण का प्रतीक होता है।
देव दीपावली के दिन किए गए व्रत से पूजा से और कुछ ऐसे अचूक उपाय होते हैं जिनको करने से वैवाहिक या प्रेम संबंधों में आने वाली परेशानियां समाप्त हो जाती है। जो व्यक्ति प्रेम विवाह करना चाहता है उसे भी इस दिन व्रत करने से और उपाय करने से मनचाहा जीवनसाथी प्राप्त होता है।

देव दीवाली पर प्रेम विवाह का उपाय(Dev Diwali Ke Upay)
मनचाहा जीवनसाथी प्राप्त करने के लिए जो उपाय हैं उसकी तैयारी देव दीपावली की सुबह से ही शुरू करनी होती है। इसलिए प्रातः काल उठकर स्नान आदि करके स्वच्छ वस्त्र पहन के शुद्ध हो जाएँ। अपने आप को पूर्ण तरह से सात्विक रखें। इस दिन व्रत रखना अत्यंत आवश्यक होता है।
अब घर पर अपने घर के पूजा स्थल पर लक्ष्मी नारायण भगवान या सत्यनारायण भगवान की फोटो या मूर्ति रखे। उनकी पूजन पुस्तक लेकर आएँ। उनकी फोटो की सामने घी का दीपक जलाएं, भगवान को फल फूल अर्पित करें, पुस्तक में दी हुई पूजा विधि और पाठ विधि पूर्वक पढ़े। यदि पूजा पाठ करने में कठिनाई होती हो तो पूजा ब्राह्मण से भी करवा सकते हैं। परंतु यह सारी बातें और पूजा विधि किसी को भी ना बताएं। यह गुप्त होनी चाहिए। गोपनीयता बनाए रखने से पूजा विधि का फल अधिक मिलता है। पूजा विधि पूर्वक करने से जो उपाय किए जा रहे हैं उनका फल अवश्य ही मिलता है।
संध्या काल का मुख्य उपाय प्रेम विवाह के लिए (Dev Diwali Ke Upay)
देव दीपावली के दिन सूर्यास्त के बाद प्रेम विवाह के लिए किया जाने वाला उपाय अधिक फल प्रदान करने वाला होता है। शाम को 7:00 के बाद लक्ष्मी नारायण मंदिर में जाएं या राधा कृष्ण मंदिर में जाएं। मंदिर में लक्ष्मी नारायण या राधा कृष्ण की प्रतिमाएं जोड़े में होनी चाहिए। लक्ष्मी नारायण या राधा कृष्ण का जोड़ा प्रेम का प्रतीक होता है। इसकी पूजा अर्चना श्रद्धा से करने से प्रेम विवाह में आने वाली सारी परेशानियों को खत्म करता है। और सुखी वैवाहिक जीवन प्रदान करता है।
देव दीपावली के दिन उनके मंदिर में अपने साथ 6 घी के दीपक लेकर जाएं और मंदिर में ऐसी एकांत की जगह चुने जहां आप यह दीपक एक साथ प्रज्वलित कर सके। दीपक जलाने के पहले–
- दाएं और कुमकुम से स्वास्तिक बनाएं।
- बाई और हल्दी से स्वास्तिक बनाएं।
- इन दोनों स्वस्तिकों के बीचो-बीच 6 दीपक जलाएं।
- 5 दीपकों का मुंह ईश्वर की ओर रखें और 1 दीपक का मुंह अपनी और रखें। यह इसलिए ऐसा रखा जाता है कि ताकि ईश्वर आपकी मनोकामना की और देखें और आपके ऊपर अपनी कृपा करे।
- भगवान को पीले रंग के फल और मिष्ठान जैसे लड्डू या बेसन की मिठाई आदि का भोग लगाए।

लक्ष्मी नारायण या राधा कृष्ण कि प्रतिमा के सामने बैठकर भगवान से प्राथना करें कि जो भी पूजा की है उसे आप फलीभूत करें और मेरा विवाह (जिस व्यक्ति से साथ आप विवाह करना चाहते है उसका नाम लें) करवा दे। और ये भी कहे कि हम दोनो अगले वर्ष शादी के बाद साथ में यह व्रत और उपाय पूजा करेंगे।
भगवान से विवाह में आने वाली सभी बाधाओं को दूर करने की प्राथना करे और विवाह परिवार की सहमति से हो। पारिवारिक और सामाजिक सहमति मिलने की भगवान से प्राथना करे। भगवान पर श्रद्धा और विश्वास रख के घर लौट आएं। मनोकामना पूरा होने के अगले वर्ष यह व्रत और उपाय जरूर करें। वचन निभाने से उपाय अवश्य ही फलीभूत होते हैं।
परिणाम और सावधानियां
यह उपाय इतना शक्तिशाली है कि 1 वर्ष के अंदर आपका प्रेम विवाह निश्चित ही हो जाएगा। हजारों लोगों ने ऐसे अजमाया है और उसके चमत्कारी परिणाम देखे हैं। यह उपाय करने के लिए पूरी श्रद्धा, निष्ठा, विश्वास और गोपनीयता अत्यंत आवश्यक होती है। श्रद्धा विश्वास रख कर किया गया कार्य कभी भी निष्फल नहीं होता इसलिए नकारात्मक विचार अपने अंदर ना आने दे और उपाय को करते वक्त प्रेम और समर्पण का भाव अपने मन में रखें।

वर्ष 2025 में 5 नवंबर दिन बुधवार को देव दीपावली है।यदि आप सच्चे मन से प्रेम विवाह चाहते है तो इस वर्ष यह उपाय जरूर अपनाएं। और मन में सच्ची श्रद्धा और विश्वास रखे अगले वर्ष तक भगवान लक्ष्मी नारायण और राधा कृष्ण की तरह ही आपको आपका सच्चा प्यार जरूर मिलेगा और आपका जीवन भी दीपावली की तरह ही रोशन हो जायेगा।
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