Varuthini Ekadashi Ke Upay से पलट जाएगी आपकी किस्मत

Varuthini Ekadashi Ke Upay
Varuthini Ekadashi Ke Upay

Varuthini Ekadashi Ke Upay: वैशाख की एकादशी को वरुथिनी एकादशी के भी नाम से जाना जाता है।  यह एकादशी वैदिक पंचांग के अनुसार वैशाख मास के कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि को मनाई जाती है। यह एकादशी विष्णु भगवान के वामन अवतार को समर्पित होती है। कहा जाता है कि वरुथिनी एकादशी (Varuthini Ekadashi 2025) के दिन विष्णु भगवान के वामन अवतार की पूजा अर्चना करने से व्यक्ति को जीवन में सुख समृद्धि और स्वास्थ्य का लाभ प्राप्त होता है।

आज के इस आर्टिकल में हम आपको इसी का विस्तारित विवरण देने वाले हैं जहां हम बताएंगे कि किस प्रकार कुछ उपायों से (Varuthini Ekadashi Ke Upay)वरुथिनी एकादशी आपको एक सुरक्षा कवच प्रदान करती है जिससे आप आर्थिक और शारीरिक रूप से तरक्की कर पाते हैं।

वरुथिनी एकादशी के उपाय| Varuthini Ekadashi Ke Upay

वरुथिनी शब्द का अर्थ होता है रक्षा करने वाला अर्थात इस दिन यदि किसी व्यक्ति ने व्रत पूजा और अर्चना कर विष्णु भगवान के वामन अवतार से रक्षा करने की प्रार्थना की तो भगवान उसे उसके बुरे कर्मों से मुक्ति दे देते हैं और उसे आध्यात्मिक उन्नति की ओर अग्रसर करते हैं। कहा जाता है कि इस व्रत को करने से व्यक्ति के जन्मो जन्म के पाप कट जाते हैं और उसे इस जन्म के साथ-साथ अगले जन्म का लाभ भी प्राप्त होता है। 

हालांकि एकादशी पर किया गया हर पुण्य काम कई गुना फल देता है परंतु इस दिन यदि आप आर्थिक लाभ और स्वास्थ्य लाभ प्राप्त करने के लिए कुछ विशेष उपाय करते हैं तो आपको निश्चित ही धन-धान्य की बरकत और सेहत में सुधार प्राप्त होता है। वरुथिनी एकादशी पर आर्थिक लाभ और स्वास्थ्य लाभ प्राप्त करने हेतु किए जाने वाले कुछ आसान उपाय (Varuthini Ekadashi Ke Upay) –

पीपल के पेड़ का उपाय- एकादशी के दिन शाम के समय पीपल के वृक्ष के नीचे सरसों के तेल का दीपक जलाने से और सात परिक्रमा करने से व्यक्ति के राहु शनि और केतु के दोष शांत हो जाते हैं और जीवन में आई आर्थिक रुकावटें दूर होने लगती है।

कच्चे दूध और जल का अर्ध्यवरुथिनी एकादशी के दिन रात को चंद्रमा को कच्चा दूध और जल मिश्रित कर अर्ध्य देने से मानसिक तनाव, अनिद्रा, भय और चिंता से मुक्ति मिल जाती है। साथ ही यदि व्यक्ति ॐ सम सोमैया नमः मंत्र का जाप करता है तो मानसिक और आध्यात्मिक शांति भी प्राप्त होती है

गंगाजल और हल्दी का उपाय (Varuthini Ekadashi Ke Upay)- वरुथिनी एकादशी की रात को गंगाजल में हल्दी मिलाकर यदि आप अपने घर के मुख्य द्वार पर छिड़क देते हैं और ॐ श्री नमः मंत्र का जाप करते हैं तो इससे आर्थिक स्थिति में सुधार होने लगता है और पुराने कर्जों से मुक्ति भी मिलती है।

पीली कौड़ी और गोमती चक्र– एकादशी के दिन आप पीली कौड़ी या गोमती चक्र लक्ष्मी जी को अर्पित कर पूजा अर्चना कर उसे अपनी तिजोरी में भी स्थापित कर सकते हैं। यह उपाय (Varuthini Ekadashi Ke Upay) करने से माता लक्ष्मी की कृपा आपको प्राप्त होती है और घर में धन-धान्य और ऐश्वर्या की बरसात होने लगती है।

केले के वृक्ष की पूजा– एकादशी के दिन व्रत रखने के साथ-साथ यदि आप केले के वृक्ष की पूजा करते हैं और उसे पर जल चढ़कर ॐ नमो भगवते वासुदेवाय का जाप करते हैं तो आप के सारे कष्ट दूर हो जाते हैं। वहीं स्वास्थ्य में भी सुधार होने लगता है।

नाग देवता की पूजा– जातक जिनके परिवार पर कालसर्प दोष मंडरा रहा है और जिसकी वजह से ना वो आर्थिक तरक्की कर पा रहे हैं और ना ही परिवार में लोगों का स्वास्थ्य बेहतर हो रहा है, उन्हें इस दिन नाग देवता की पूजा करने से और दूध अभिषेक करने से कालसर्प योग से मुक्ति मिलती है। वहीं व्यक्ति चाहे तो काले तिल काले वस्त्र और नाग की मूर्ति का दान कर मानसिक आर्थिक और करियर की बाधाओं को भी दूर कर सकता है।

Varuthini Ekadashi Ke Upay
Varuthini Ekadashi Ke Upay

गाय के घी का दीपक– एकादशी के दिन शाम को तुलसी के सामने गाय के घी का दीपक जलाने और ॐ नमः वासुदेवाय के मंत्र का 108 बार जाप करने से घर की सारी नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है। रोग, कलह और दुर्भाग्य का नाश होने लगता है।

और पढ़ें: Varuthini Ekadashi: बहुत फलदायक है वैशाख की वरुथिनी एकादशी

सात तरह के अनाज का दान– एकादशी के दिन यदि कोई व्यक्ति सात अनाज जैसे कि गेहूं, चना, उड़द, मूंग, जौ, मक्का, तिल एक साफ कपड़े खास कर पीले कपड़े में बांधकर यदि किसी मंदिर में दान करता है तो व्यक्ति के सारे ग्रह दोष शांत हो जाते हैं और तरक्की होने लगती है।

पीले वस्त्र और मिठाई का दान– जिस दिन यदि कोई व्यक्ति पीले वस्त्र, बेसन के लड्डू और पीली मिठाई किसी ब्राह्मण को दान करता है तो उस व्यक्ति के मानसिक स्वास्थ्य में सुधार होता है। वहीं करियर की बाधाएँ भी दूर होती है। साथ ही ऐसे बच्चे जो पढ़ाई में कमजोर है उनकी याददाश्त भी तेज होने लगती है।

लक्ष्मी अष्टकम का पाठ– एकादशी की रात यदि कोई व्यक्ति श्री सूक्त या लक्ष्मी अष्टकम का पाठ करता है तो इससे माता लक्ष्मी प्रसन्न होती है और और उस व्यक्ति को सदैव अपना आशीर्वाद देती है जिससे आर्थिक तंगी दूर होने लगती है।

नमक मिले पानी से पोछा– एकादशी के दिन अपने घर में नमक मिले पानी से पोछा लगाने पर घर के समस्त रोग दूर होने लगते हैं यहां तक कि नेगेटिव एनर्जी भी दूर हो जाती है और घर के सभी लोगों का स्वास्थ्य धीरे-धीरे बेहतर होने लगता है।

कमल का फूल और खीर का भोग– एकादशी की रात ॐ नमो नारायण का मंत्र जाप करते हुए यदि व्यक्ति दीप जलाता है और भगवान विष्णु को कमल का फूल और खीर का भोग लगता है तो उस व्यक्ति का सोया हुआ भाग्य जागृत होने लगता है। साथ ही सारे रोग दूर होकर आर्थिक सुविधा प्राप्त होने लगती है।

चांदी के सिक्के का उपाय (Varuthini Ekadashi Ke Upay)- वरुथिनी एकादशी के दिन यदि व्यक्ति चाहे तो चांदी का सिक्का खरीद कर उसे लाल कपड़े में बांधकर अपनी तिजोरी में भी रख सकता है। इससे माता लक्ष्मी उस घर में सदैव निवास करती है और कैरियर और नौकरी में तरक्की के मार्ग भी खुलते हैं।

FAQ- Varuthini Ekadashi Ke Upay

क्या वरुथिनी एकादशी पर तुलसी पूजा से आर्थिक स्थिति में सुधार होगा?

जी हां वरुथिनी एकादशी पर तुमसे पूजा से आर्थिक लाभ होता है इस दिन माता लक्ष्मी और तुलसी के पेड़ की पूजा करने से भगवान विष्णु बहुत जल्दी प्रसन्न होते हैं और अपनी कृपा बरसाते हैं।

वरुथिनी एकादशी भगवान विष्णु को किस अवतार को समर्पित है?

वरुथिनी एकादशी भगवान विष्णु के वामन अवतार को समर्पित है।

वरुथिनी एकादशी का राहु केतु शांत करने का क्या उपाय है?

वरुथिनी एकादशी पर राहु केतु को शांत करने के लिए पीपल के पेड़ के नीचे घी का दीपक जलाकर सात परिक्रमा करनी चाहिए।

कर्ज से मुक्ति पाने के लिए वरुथिनी एकादशी पर क्या करना चाहिए?

कर्ज से मुक्ति पाने के लिए वरुथिनी एकादशी पर गंगा जल में हल्दी मिलाकर घर के मुख्य दरवाजे पर छिड़क देना चाहिए।

वरुथिनी एकादशी पर काल सर्प दोष मिटाने के क्या उपाय हैं?

वरुथिनी एकादशी पर कालसर्प दोष मिटाने के लिए नाग देवता की पूजा और दूध से अभिषेक करना चाहिए।

घर की नकारात्मकता मिटाने के लिए वरुथिनी एकादशी के दिन क्या किया गाना चाहिए?

घर की नकारात्मकता मिटाने के लिए वरुथिनी एकादशी के दिन नमक मिले पानी से पोछा लगाना चाहिए।

Anu Pal

मैं अनु पाल, Wisdom Hindi ब्लॉग की फाउंडर हूँ। मैं इंदौर मध्य प्रदेश की रहने वाली हूं। मैं एक ब्लॉगर और Content Writer के साथ-साथ Copy Editor हूं और 5 साल से यह काम कर रही हूं। पढ़ने में मेरी विशेष रूचि है और मैं धर्म, आध्यात्म, Manifestation आदि विषयों पर आर्टिकल्स लिखती हूं।

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