तनाव दूर करने के लिए 5 प्रभावशाली आसन

Yoga For Mental Health in Hindi
Yoga For Mental Health in Hindi

Yoga For Mental Health: 21 जून को विश्व योग दिवस (International Yoga Day) है जो शारीरिक मानसिक और आध्यात्मिक स्वास्थ्य के प्रति जागरूक करने की एक पहल के रूप में दुनिया भर में मनाया जाता है। भारत की अति प्राचीन परंपरा योग न केवल शरीर को स्वस्थ वाला चिल बनता है बल्कि मानसिक तनाव खत्म करके भावनात्मक संतुलन भी बढ़ाता है।

आज की आधुनिक जीवन शैली में चिंता तनाव और अवसाद जैसी मानसिक समस्याएं बहुत आम हो गई हैं जिनके लिए योग एक प्रभावी और प्राकृतिक उपाय के रूप में उभरता है। इसी बात को ध्यान में रखते हुए यह हर लेख मानसिक स्वास्थ्य को बेहतर बनाने के पांच सर्वश्रेष्ठ योग आसनों (Yoga Asanas For Mental Health) पर आधारित है। इसे ध्यान से पढ़ें और अपने जीवन में लागू करें। ये हैं मानसिक स्वास्थ्य को बेहतर बनाने के पांच सर्वश्रेष्ठ योग-आसन-

बालासन (Child’s Pose)

बालासन को शिशु मुद्रा भी कहा जाता है क्योंकि एक आरामदायक और शांत योग मुद्रा है। यह तनाव और चिंता को कम करने में मदद करती है। इस आसन में शरीर एक बच्चे की तरह मुड़ा होता है जो मन को शांत करता है और तंत्रिका तंत्र को संतुलित करता है। इस आसन को इस तरह से करें- 

  • घुटनों के बल बैठें और अपने कूल्हों को एड़ियों की ओर ले जाएं।
  • धीरे-धीरे आगे की ओर झुकें और अपने माथे को जमीन पर टिका दें।
  • अपनी बाहों को शरीर के साथ आराम से रखें या आगे की ओर फैलाएं।
  • इस मुद्रा को 1 से 3 मिनट तक करें और गहरी और धीमी सांस लें।

बालासन मुद्रा दिमाग में ऑक्सीजन की आपूर्ति को बढ़ाती है जिससे तनाव और थकान कम होती है साथ में यह मुद्रा फोकस करने और मानसिक स्पष्ट को बढ़ाने में भी मददगार है। जो लोग ओवरथिंकिंग की समस्या से ग्रसित हैं उन्हें विशेष रूप से यह आसन करना चाहिए।

Balasana
Balasana

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वृक्षासन (Tree Pose)

वृक्षासन एक संतुलन बढ़ाने वाला आसान है जो शारीरिक स्थिरता को बढ़ाता है साथ में मानसिक एकाग्रता और आत्मविश्वास को भी मजबूत करता है। यह आसन हमें वर्तमान क्षण में जीने में मदद करता है जिससे चिंता और तनाव घटते हैं। वृक्षासन को इस तरह से किया जाता है- 

  • सीधे खड़े हो जाएं और अपने दाहिने पांव को बाएं पैर की जंग के अंदर के हिस्से पर रखें।
  • अब अपने हाथों से प्रणाम की मुद्रा बनाएं और हाथों को छाती के सामने लाएं या फिर सर के ऊपर उठाएं।
  • अपनी नजर को किसी बिंदु पर केंद्रित करें और 30 से 60 सेकंड तक संतुलन बनाकर रखें।
  • यही आसन बाएँ के साथ दोहराएं।

वृक्षासन मुद्रा आपके मन को शांत करती है और आपका फोकस बढ़ती है सेल्फ अवेयरनेस को बढ़ाकर मानसिक अस्थिरता को काम करती है। इस मुद्रा को रोज अभ्यास करने से तनाव खत्म होता है।

Vrikshasana
Vrikshasana

शवासन (Corpse Pose)

शवासन या विश्राम मुद्रा योग सत्र के अंत में किया जाने वाला एक सबसे जरूरी आसन है। यह आसान शरीर और मन को पूरा विश्राम प्रदान करता है और तनाव और चिंता को कम करता है। शवासन को इस तरह से करें-

  • पीठ के बल लेट कर पैरों को थोड़ा अलग रखें और हथेलियों को ऊपर की ओर खुला रखें।
  • अपनी आंखों को बंद करें और शरीर को पूरी तरह से ढीला छोड़ दें।
  • गहरी सांस लेते हुए अपने शरीर के हर अंग को शांत करें।
  • यह मुद्रा 5 से 10 मिनट तक करें।

शवासन मुद्रा तंत्रिका तंत्र को शांत करती है और मानसिक तनाव घटाती है (Yoga Poses For Stress and Anxiety) इसकी यह खूबी है कि यह नींद की गुणवत्ता को बेहतर बनाती है और अवसाद के लक्षणों को काम करती है। विशेषज्ञ इसे ध्यान और माइंडफुलनेस की प्रेक्टिस करने का एक बेहतरीन तरीका बताते हैं।

Shavasana
Shavasana

अधोमुख श्वानासन (Downward-Facing Dog Pose)

श्वनासन शरीर को ऊर्जा प्रदान करने वाला आसन है साथ ही यह मानसिक तनाव को भी काम करता है। इस आसन को करने से दिमाग में रक्त का प्रवाह बढ़ता है जिससे मानसिक स्पष्टता और शांति प्राप्त होती है। इस आसन को इस तरह से करें- 

  • अपने हाथों और घुटनों के बाल खड़े हो जाएं फिर अपने कूल्हों को ऊपर की ओर उठाएं।
  • अपने हाथों और पैरों को जमीन की ओर दबाए जिससे शरीर एक उल्टे ‘V” के आकार में दिखे।
  • सर को कंधों के बीच रखकर आराम दें और गहरी सांसें लें।
  • श्वसन मुद्रा को 30 से 60 सेकंड तक करें।

अधोमुखी स्वानाशन चिंता और तनाव को घटाकर दिमाग को आक्सीजन प्रदान करता है (Yoga Poses For Depression) और थकान को दूर करता है। साथ ही यह मन को तरो-ताजा करता है और एकाग्रता बढ़ाता है।

Swanasana
Swanasana

सेतुबंधासन (Bridge Pose)

सेतु बंधासन हल्का पीछे की ओर झुक कर किए जाने वाला आसन है जो छाती को खोलता है और तनाव घटाता है। यह आसान हृदय चक्र को एक्टिव करने में मददगार है जो भावनात्मक संतुलन को बढ़ाता है। सेतु बंधासन इस तरह से किया जाता है। –

  • पीठ केवल लेट कर घुटनों को मोड़कर पैरों को कूल्हों के पास लाएं।
  • अपनी हथेलियां को जमीन पर दबाए और कूल्हों को ऊपर उठाएं।
  • छाती को ठुड्डी की ओर ले जाएं और गहरी सांस लें
  • 30 से 60 सेकंड तक इसी मुद्रा में रहे और फिर धीरे-धीरे नीचे आएं

सेतुबंधासन तनाव, चिंता और अवसाद को काम करता है। यह थायराइड ग्रंथि को एक्टिवेट करता है और हार्मोनल संतुलन बनाने में मदद करता है साथ ही विश्वास और मानसिक स्थिरता को बढ़ाता है।

setubandhasan
setubandhasan

निष्कर्ष

आजकल की प्रतिस्पर्धा भरी जिंदगी में मानसिक स्वास्थ्य को बेहतर बनाए रखना बेहद जरूरी है। लेकिन व्यस्तता के कारण अक्सर हम इस पर ध्यान नहीं दे पाते। ऐसे में योग ही एक ऐसा जरिया है जो कम समय में हमें ज्यादा से ज्यादा लाभ पहुंचा सकता है। इस आर्टिकल में बताए गए आसनों (Yoga For Mental Health) को अपने जीवन का हिस्सा बनाएं और अपने मानसिक स्वास्थ्य को बेहतर करें। अपना फीडबैक हमें जरूर दें और ऐसे ही आर्टिकल पढ़ने के लिए हमारे साथ बने रहें।

FAQ- Yoga For Mental Health

हृदय चक्र को एक्टिव करने के लिए कौन सा आसन करना चाहिए?

हृदय चक्र को एक्टिव करने के लिए सेतु बंधासन करना चाहिए।

Anu Pal

मैं अनु पाल, Wisdom Hindi ब्लॉग की फाउंडर हूँ। मैं इंदौर मध्य प्रदेश की रहने वाली हूं। मैं एक ब्लॉगर और Content Writer के साथ-साथ Copy Editor हूं और 5 साल से यह काम कर रही हूं। पढ़ने में मेरी विशेष रूचि है और मैं धर्म, आध्यात्म, Manifestation आदि विषयों पर आर्टिकल्स लिखती हूं।

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